यह कहना है जनता कॉलोनी निवासी विमला देवी का। वे कहती है बेटे के आने के बाद हम दोनों वार्ड में पानी गर्म करके पीते थे। वार्ड के बाहर खाली जगह पर सुबह योगाभ्यास करते थे। हमने बाजार से काढ़ा भी मंगवाया था। वह भी बनाकर पीते थे। इसी का परिणाम यह रहा कि मैं 28 को डिस्चार्ज हुई। बेटा भी ठीक होकर घर लौट आया। आज हम पूरी तरह से स्वस्थ है।
चिकित्सक कहते थे घबराना नहीं
वे व उनका बेटा विष्णु बताते है कि वार्ड में चिकित्सक रोजाना आते थे। नर्सिंकर्मी व चिकित्सक कहते थे घबराने की जरूरत नहीं है। आप दवा समय पर ले। जल्द ठीक होकर घर लौटेंगे। वार्ड में हमे बलून में हवा भरने को भी कहा जाता था। हम सुबह व शाम वॉकिंग भी करते थे।
वे व उनका बेटा विष्णु बताते है कि वार्ड में चिकित्सक रोजाना आते थे। नर्सिंकर्मी व चिकित्सक कहते थे घबराने की जरूरत नहीं है। आप दवा समय पर ले। जल्द ठीक होकर घर लौटेंगे। वार्ड में हमे बलून में हवा भरने को भी कहा जाता था। हम सुबह व शाम वॉकिंग भी करते थे।