रोजेदारों ने शाम को मगरिब के अजान की सदा सुनाई देने पर रोजा इफ्तार किया और इसके बाद जुट गए तरावीह के लिए। रमजान के पहले दिन कई मुस्लिम भाइयों ने कोरोना के कारण मस्जिद में जाकर नमाज अदा करने के बजाय घरों में ही अल्लाह की बारगाह में सिर झुकाया। वहीं मस्जिदों में भी प्रशासन व कोरोना गाइड लाइन के अनुसार नमाज अदा की। समस्त पाली जिला मुस्लिम समाज के प्रवक्ता शकील अहमद नागौरी ने बताया कि रमजान को लेकर मुस्लिम मोहल्लों में रौनक है।
नाडी मोहल्ला छोटी मस्जिद के पेश इमाम अंसार अहमद फैजानी ने रमजान की फजीलत बयान करते हुए मोमिनों को बताया कि रमजान उल मुबारक का महीना मोमिनों के लिए खुशियों का पैगाम लेकर आया है। हर मोमिन को इसका पूरा फायदा उठाकर अपने जीवन मे की गई गलतियों के लिए रब की बारगाह में माफी मांगनी चाहिए। अपानी आखिरत को सुधार कर अपने ईमान की हिफाजत करनी चाहिए।