इस बात की जानकारी तब लगी, जब जाडन के निकट स्थित शर्मा पेट्रोलियम प्रबंधन ने शाम को अपना अकाउंट चेक किया। दिनभर की रसीदों से मिलान किया तो 10 हजार 500 का जो भुगतान कार्ड से हुआ था, वह उनके खाते में नहीं आया। जब जांच की तो पता चला कि उस दिन उसी नम्बर की गाड़ी द्वारा जाडन के अलावा पिंडवाड़ा और सिरोही जिले के एक अन्य पेट्रोल पंप पर भी ऐसी ही ठगी की गई। इसकी रिपोर्ट पेट्रोल पंप संचालक कार्तिकेय शर्मा ने शिवपुरा थाने में दी, लेकिन पुलिस ने अब तक मामला दर्ज नहीं किया है। यह घटना 25 फरवरी की बताई जा रही है।
इस प्रकार की ठगी
इस प्रकार की ठगी
पाली जिले के साथ ही अन्य पेट्रोल पम्प पर जिस प्रकार से ठगी गई की थी, उसमें एक ही प्रकार की तकनीक उपयोग में की गई थी। पहले आरोपी ने पेट्रोल भरवाया और उसके बाद पोस मशीन में एटीएम कार्ड स्वैप करवा पिन नम्बर डाले। इसके बाद भुगतान की रसीद आ गई। बाद में पम्प कर्मचारियों से उस आदमी ने कहा उसे ऑयल चाहिए। जैसे ही कर्मचारी ऑयल लेने मुड़ा तो पोस मशीन में फेर बदल कर उसने ट्रांजेक्शन को वॉइड कर दिया। इससे राशि पम्प संचालकों के खाते में नहीं गई। शाम को जब पम्प संचालकों ने अकाउंट का मिलान किया तो यह गड़बड़ी पकड़ी में आई।
पम्प संचालकों ने मैसेज भेजा तो दूसरे लोग आए सामने
पम्प संचालकों ने मैसेज भेजा तो दूसरे लोग आए सामने
जाडन के निकट शर्मा पेट्रोलियम में यह घटना 25 फरवरी को हुई। जब उसने इस प्रकार का संदेश सोशल मीडिया पर वायरल किया तो पिंडवाड़ा और सिरोही के पम्प संचालकों ने भी इस प्रकार की ठगी होना बताया। जाडन स्थित पंप संचालक ने इस ठगी की शिकायत शिवपुरा थाने में लिखित में दी है। लेकिन पुलिस ने अब तक मामला दर्ज नहीं किया है।