सखी सहेली की ऑर्गेनाइजर सॉफ्टी बलाई एवं रीमा जैन ने बताया कि प्रदर्शनी में जोधपुर, सुमेरपुर और जयपुर से भी विशेष वस्तुओं की स्टालें लगाई गई। प्रदर्शनी में हाथ से बनी राखियां, खाखरा, चॉकलेट्स, केक, कुर्ती, कॉटन, साड़ी, रेडीमेड ब्लाउज, बैग्स, इमिटेशन ज्वेलरी समेत अन्य कई उत्पादों की 20 से अधिक स्टॉलें है। पहले ही दिन प्रदर्शनी में शहरवासियों की काफी भीड़ रही। घर पर बने विभिन्न फ्लेवर के खाखरे, बिना केमिकल के बने शैम्पू, साबून, फेस वॉश, राखिया, हाथ से बनी चॉकलेट्स सहित अन्य उत्पाद शहरवासियों ने खरीदे। इस दौरान यातायात प्रभारी निरमा विश्नोई, उगमराज सांड, दर्शन देवड़ा, घनश्याम राकांवत, प्रदीप सांड, केवलचंद तलेसरा, मनीक्षा मेहता, दिव्या मेहता, प्रियंका मेहिता सहित कई जने उपस्थित रहे।
कार्यशाला में दी सरकारी योजनाओं की जानकारी
दोपहर में कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डायरेक्टर आनंद सांखला ने बैंक की ओर से महिलाओं को ब्यूटी पार्लर कोर्स, सिलाई सहित अन्य 56 प्रकार के कोर्स की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सरकार की ओर से निशुल्क कोर्स करवाए जाते हैं। जिसे सीख कर महिलाएं घर पर ही लघु उद्योग विकसित कर सकती है। इसके लिए सरकार की ओर से उन्हें कम ब्याज दर पर ऋण भी उपलब्ध करवाया जाता है। इस दौरान महिलाओं ने उनसे ऋण लेने की प्रक्रिया तथा निशुल्क कोर्स करने के लिए किससे संपर्क करना पड़ेगा इसकी जानकारी ली।
दोपहर में कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डायरेक्टर आनंद सांखला ने बैंक की ओर से महिलाओं को ब्यूटी पार्लर कोर्स, सिलाई सहित अन्य 56 प्रकार के कोर्स की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सरकार की ओर से निशुल्क कोर्स करवाए जाते हैं। जिसे सीख कर महिलाएं घर पर ही लघु उद्योग विकसित कर सकती है। इसके लिए सरकार की ओर से उन्हें कम ब्याज दर पर ऋण भी उपलब्ध करवाया जाता है। इस दौरान महिलाओं ने उनसे ऋण लेने की प्रक्रिया तथा निशुल्क कोर्स करने के लिए किससे संपर्क करना पड़ेगा इसकी जानकारी ली।
काफी अच्छा रहा पहला दिन पहला दिन काफी अच्छा रहा। उम्मीद से कई ज्यादा उत्पादों की बिक्री हुई। शहरवासियों ने घर पर बने खाखरे, बिना केमिकल के साबून, फ्रेस वॉश सहित अन्य उत्पादों की जमकर खरीदारी की। कई स्टॉलों से माल खत्म हो गया। – सॉफ्टी बलाई, ऑर्गेनाइजर सखी सहेली
महिलाओं के हुनर को पहचान देने की कोशिश शहर में ऐसी कई हुनरमंद महिलाएं है। जो काफी कुछ अच्छा कर लेती है। किसी में खाखरे बनाने का हुनर तो है तो कोई साडिय़ां अच्छी डिजाइन कर लेती है तो कोई बिना केमिकल के साबून, सैंम्पू घर पर ही बना लेती है। इनके इस हुनर से शहर रूबरू हो सके इस उद्देश्य से यह प्रदर्शनी आयोजित की। – रीमा जैन, ऑर्गेनाइजर सखी सहेली