पाली में प्रदूषण की समस्या के समाधान का एक रास्ता जेडएलडी है। इसके लिए
हम तैयार है। केन्द्र की आइपीडीएस योजना के तहत वस्त्र मंत्रालय में
अनुदान के लिए फाइल लगी हुई है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू करवा
देंगे। हाल ही में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की चेयरमैन ने दिशा.निर्देश
दिए थे, उनकी पालना भी सुनिश्चित की जा रही है। स्लज का निस्तारण किया जा
रहा। चार नंबर प्लांट में स्लज यार्ड की दीवार ऊंची करवा दी है। कुछ अन्य
खामियों को भी दुरुस्त करवाया है। प्लांट संख्या दोए चार व छह के
अपग्रेडेशन को लेकर प्रक्रिया चल रही है।
पाली में प्रदूषण की समस्या चार दशक से है। इसका खामियाजा किसान और
उद्यमी ही नहींए पूरा शहर भुगत रहा है। किसानों की जमीनें खराब न हो और
उद्योग भी सुचारू चले। नदी.नालों का स्वरूप भी बचा रहे। ऐसा ही कोई
रास्ता अपनाना पड़ेगा, जिससे पाली शहर आबाद रहे। उद्यमियों की नजर में
इसका क्या समाधान हो सकता है, ये जानना भी हमारे लिए जरूरी है। इसलिए
पत्रिका ने तय किया है कि उद्यमियों के सुझाव भी कॉलम के रूप में नियमित
साझा किए जाएंगे।
जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हौदियां तोडऩे की कार्रवाई कई
बार कर चुका है, फिर भी यह काम बंद नहीं हो रहा। हौदियों पर धुलाई के
लिए कपड़ा कहां से आ रहा है, ये जानकारी साझा की जाए तो ट्रस्ट भी
कार्रवाई करेगा।