कोटा में अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद राज्य के सभी जिला अस्पतालों की दशा सुधारने को लेकर सरकार सचेत है। इसको लेकर गत दिनों जयपुर जोन के संयुक्त निदेशक डॉ. एस.के. भंडारी ने अस्पताल के निरीक्षण के दौरान एसएनसीयू वार्ड की कमियों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए थे। दूसरे ही दिन जोधपुर जोन के संयुक्त निदेशक युद्धवीरसिंह राठौड़ ने भी बांगड़ अस्पताल के ट्रोमा वार्ड का निरीक्षण किया था। जिसमें सफाई व्यवस्था बदहाल होने की लोकर काफी नाराजगी जताई थी।
अब बिना लिखित स्वीकृति के किसी को प्रवेश नहीं एसएनसीयू वार्ड की कमियों को छिपाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने वहां तैनात गार्ड को एसएनसीयू वार्ड परिसर में भी किसी को भी प्रवेश नहीं देने की सख्त हिदायत दी। इसके साथ ही कहा कि जिसके पास लिखित में वार्ड परिसर में जाने की स्वीकृति हो, उन्हें ही प्रवेश दिया जाए।
अस्पताल में बढ़ाई सुरक्षाकर्मियों की संख्या
एसएनसीयू वार्ड के गलियारे में भी हर कोई प्रवेश न करे, इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन ने नौ सुरक्षाकर्मी और तैनात किए है। इनमें ने तीन सुरक्षाकर्मी एसएनसीयू वार्ड के बाहर तीन पारियों में तैनात रहेंगे तो तीन सुरक्षाकर्मी ब्लड बैंक तथा तीन सुरक्षाकर्मी जीएनएम छात्रावास में तीन पारियों में तैनात रहेंगे।
एसएनसीयू वार्ड के गलियारे में भी हर कोई प्रवेश न करे, इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन ने नौ सुरक्षाकर्मी और तैनात किए है। इनमें ने तीन सुरक्षाकर्मी एसएनसीयू वार्ड के बाहर तीन पारियों में तैनात रहेंगे तो तीन सुरक्षाकर्मी ब्लड बैंक तथा तीन सुरक्षाकर्मी जीएनएम छात्रावास में तीन पारियों में तैनात रहेंगे।
इंजीनियर पहुंचे, काम शुरू एसएनसीयू वार्ड में जो छोटी-बड़ी समस्या है उन्हें दूर करने के लिए इंजीनियर को बुलाया था। मंगलवार को इंजीनियर ने वार्ड में सभी वॉर्मर की स्थिति जांचना शुरू किया है। अगले कुछ दिनों में सभी कमियों को दूर कर देंगे।
– डॉ. ए.डी. राव, पीएमओ बांगड़ अस्पताल, पाली
– डॉ. ए.डी. राव, पीएमओ बांगड़ अस्पताल, पाली