scriptVIDEO : चिंता : अस्पताल में अब नहीं जगह, मरीजों को भेजना पड़ रहा घर | No place in Pali hospital, patients have to be sent home | Patrika News

VIDEO : चिंता : अस्पताल में अब नहीं जगह, मरीजों को भेजना पड़ रहा घर

locationपालीPublished: Apr 17, 2021 09:32:57 am

Submitted by:

Suresh Hemnani

कोविड का कहर : बांगड़ चिकित्सालय में कोविड के अब 245 बेड-इधर, रेमेडेसिविर इंजेक्शन खत्म

VIDEO : चिंता : अस्पताल में अब नहीं जगह, मरीजों को भेजना पड़ रहा घर

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पाली। कोरोना के महाविस्फोट के बाद पाली के बांगड़ चिकित्सालय में ये हालात आम हो गए है। अस्पताल जितने बेड बढ़ा रहा है। उतने ही बेड तुरंत कोविड मरीजों से भर रहे हैं। ऐसे में चिकित्साकर्मी चाहकर भी कई मरीजों को तुरन्त बेड उपलब्ध नहीं करवा पा रहे। चिकित्सालय में शुक्रवार को फिर 18 बेड बढ़ाए गए। अब बेड की संख्या 245 पर पहुंच गई है। इनमें से 204 बेड तो शाम साढ़े छह बजे तक ही भर गए। कोविड की भयावहता का अंदाज इस बात से लगा सकते है कि पिछली बार 210 बेड ही कोविड के थे। उसमें से भी कोविड के चरम पर रहने के माह सितम्बर अक्टूबर में कई बेड खाली थे।
द़ृश्य एक : एक बुजुर्ग महिला को शिवगंज से सुमेरपुर के भगवान महावीर अस्पताल लाया गया। वहां से उसे एम्बुलेंस से पाली लाया गया। कोविड ओपीडी के बाहर करीब आधे घंटे तक एम्बुलेंस खड़ी रही। इसके बाद स्ट्रेचर लाकर महिला को अन्दर लिया गया। वहां भी महिला करीब आधे घंटे तक स्ट्रेचर पर रही। इसके बाद बेड मिला।
दृश्य दो : एक महिला ओपीडी में खिडक़ी में सो रही थी। उसकी सांस फूल रही थी। उनके साथ आई उनकी बेटी बार-बार बेड के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन बेड नहीं मिल रहा था। काफी समय की मशक्कत के बाद उस महिला को चिकित्सक ने बुलाया और बेड होने की जानकारी दी।
दृश्य तीन : एक बुजुर्ग को उसके परिजन एम्बुलेंस से गुंदोज गांव ले जा रहे थे। पूछने पर बोले बुजुर्ग कोविड मरीज है, लेकिन चिकित्सकों ने बताया कि अब वे ठीक है। उनको होम आइसोलेट रखा जा सकता है। यहां गंभीर रोगियों को रखना जरूरी है। ऐसा ही एक अन्य कोविड मरीज महिला के परिजनों ने बताया।
18 मरीज इएसआइ अस्पताल में
बांगड़ चिकित्सालय के अलावा 18 मरीज मंडिया रोड स्थित इएसआइ अस्पताल में भर्ती किए गए है। ये ऐसे मरीज है जिनको ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। इएसआइ चिकित्सालय में डे-केयर में आने वाले होम आइसोलेट मरीजों को इंजेक्शन लगाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
जान पर बन सकती है मरीजों के
कोविड में रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन शुक्रवार को पाली के बांगड़ चिकित्सालय में खत्म हो गया। जिले के किसी अन्य अस्पताल में इंजेक्शन नहीं है।
200 इंजेक्शन आएंगे
रेमेडेसिविर इंजेक्शन के लिए मांग की थी। हमे शनिवार दोपहर तक 200 इंजेक्शन मिलने की उम्मीद है। हमने अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ा दी है। अभी हम जेल वार्ड में आठ बेड और अन्य जगहों पर बेड बढ़ा सकते हैं। मरीजों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। –डॉ. आरपी अरोड़ा, पीएमओ, बांगड़ चिकित्सालय, पाली
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