द़ृश्य एक : एक बुजुर्ग महिला को शिवगंज से सुमेरपुर के भगवान महावीर अस्पताल लाया गया। वहां से उसे एम्बुलेंस से पाली लाया गया। कोविड ओपीडी के बाहर करीब आधे घंटे तक एम्बुलेंस खड़ी रही। इसके बाद स्ट्रेचर लाकर महिला को अन्दर लिया गया। वहां भी महिला करीब आधे घंटे तक स्ट्रेचर पर रही। इसके बाद बेड मिला।
दृश्य दो : एक महिला ओपीडी में खिडक़ी में सो रही थी। उसकी सांस फूल रही थी। उनके साथ आई उनकी बेटी बार-बार बेड के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन बेड नहीं मिल रहा था। काफी समय की मशक्कत के बाद उस महिला को चिकित्सक ने बुलाया और बेड होने की जानकारी दी।
दृश्य तीन : एक बुजुर्ग को उसके परिजन एम्बुलेंस से गुंदोज गांव ले जा रहे थे। पूछने पर बोले बुजुर्ग कोविड मरीज है, लेकिन चिकित्सकों ने बताया कि अब वे ठीक है। उनको होम आइसोलेट रखा जा सकता है। यहां गंभीर रोगियों को रखना जरूरी है। ऐसा ही एक अन्य कोविड मरीज महिला के परिजनों ने बताया।
18 मरीज इएसआइ अस्पताल में
बांगड़ चिकित्सालय के अलावा 18 मरीज मंडिया रोड स्थित इएसआइ अस्पताल में भर्ती किए गए है। ये ऐसे मरीज है जिनको ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। इएसआइ चिकित्सालय में डे-केयर में आने वाले होम आइसोलेट मरीजों को इंजेक्शन लगाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
बांगड़ चिकित्सालय के अलावा 18 मरीज मंडिया रोड स्थित इएसआइ अस्पताल में भर्ती किए गए है। ये ऐसे मरीज है जिनको ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। इएसआइ चिकित्सालय में डे-केयर में आने वाले होम आइसोलेट मरीजों को इंजेक्शन लगाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
जान पर बन सकती है मरीजों के
कोविड में रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन शुक्रवार को पाली के बांगड़ चिकित्सालय में खत्म हो गया। जिले के किसी अन्य अस्पताल में इंजेक्शन नहीं है।
कोविड में रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन शुक्रवार को पाली के बांगड़ चिकित्सालय में खत्म हो गया। जिले के किसी अन्य अस्पताल में इंजेक्शन नहीं है।
200 इंजेक्शन आएंगे
रेमेडेसिविर इंजेक्शन के लिए मांग की थी। हमे शनिवार दोपहर तक 200 इंजेक्शन मिलने की उम्मीद है। हमने अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ा दी है। अभी हम जेल वार्ड में आठ बेड और अन्य जगहों पर बेड बढ़ा सकते हैं। मरीजों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। –डॉ. आरपी अरोड़ा, पीएमओ, बांगड़ चिकित्सालय, पाली
रेमेडेसिविर इंजेक्शन के लिए मांग की थी। हमे शनिवार दोपहर तक 200 इंजेक्शन मिलने की उम्मीद है। हमने अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ा दी है। अभी हम जेल वार्ड में आठ बेड और अन्य जगहों पर बेड बढ़ा सकते हैं। मरीजों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। –डॉ. आरपी अरोड़ा, पीएमओ, बांगड़ चिकित्सालय, पाली