पाली

‘लॉक’ से भागा कोविड, अब सामान्य बीमारियों के उपचार के लिए खुले अस्पताल के ‘द्वार’

-बांगड़ चिकित्सालय में ढाई माह बाद सामान्य मरीजों को किया भर्ती-अब अस्पताल में किए जा रहे ऑपरेशन-110 बेड कोविड मरीजों व बच्चों के लिए आरक्षित-130 वार्ड सामान्य मरीजों के लिए

पालीJun 17, 2021 / 08:46 am

Suresh Hemnani

‘लॉक’ से भागा कोविड, अब सामान्य बीमारियों के उपचार के लिए खुले अस्पताल के ‘द्वार’

पाली। कोविड की दूसरी लहर आते ही अप्रेल में बांगड़ मेडिकल कॉलेज के सभी 240 बेड को कोविड में तब्दील करना पड़ा था। अस्पताल डेडिकेटेड कोविड में बदल गया और बेड की संख्या भी बढ़ाकर 283 पर पहुंचा दी गई, लेकिन वार्डों में जगह नहीं थी। इसके बाद लॉकडाउन लगाया तो कोविड भागने लगा। संक्रमितों की संख्या 15 जून को तो शून्य रही। ऐसे में अब बांगड़ चिकित्सालय भी पूरी तरह बदल गया है। उसके आठ वार्ड को बदलकर सामान्य दिनों के मरीजों के लिए कर दिए गए है। कोविड के लिए अब अस्पताल में 110 बेड रखे गए है। इसमें 74 बेड बच्चों के लिए आरक्षित है। जिससे आपात स्थिति में परेशानी नहीं हो।
सभी तरह के ऑपरेशन शुरू
अस्पताल में सभी तरह के ऑपरेशन करना शुरू करवा दिया गया है। इनमें आंखों के मोतीयाबिंद के साथ इएनटी के ऑपरेशन शामिल है। मरीजों की सर्जरी भी शुरू करवा दी गई है। इधर, कोविड की ओपीडी जो घटकर 250-300 पर आ गई थी। वह अब फिर से बढ़ गई है। वहां अब रोजाना 800 तक मरीज आने लगे है।
कतार हो गई लम्बी
अस्पताल के आउटडोर के साथ सोनोग्राफी करवाने वालों की कतार लम्बी हो गई है। हालांकि अभी तक कई मरीज इस बात को लेकर आशंकित है कि अस्पताल जाने पर उनको कोविड में भर्ती किया जा सकता है। जबकि ऐसा नहीं है। अस्पताल में अब सामान्य खांसी, जुकाम व बुखार होने पर पूर्व की तरह उपचार किया जा रहा है।
गायनिक के सभी वार्ड करवाए शुरू
कोविड के समय मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण गायनिक के कुछ हिस्से को भी कोविड में बदल गया था। उसे अब वापस शुरू कर दिया गया है। सामान्य मरीजों के सभी वार्ड शुरू कर दिए है। अब जरूरत पडऩे पर बेड की संख्या को अधिक किया जाएगा। –डॉ. रफीक कुरैशी, पीएमओ, बांगड़ चिकित्सालय, पाली
इन वार्डों में किए बदलाव
आइसोलेशन वार्ड के : मेडिसन, चर्म व रति रोग वार्ड
आइसोलेशन वार्ड डी : मेडिसन व मनोरोग वार्ड
आइसोलेशन आई : सर्जर, नेत्र व इएनटी वार्ड
आइसोलेशन एफ : सर्जरी वार्ड
आइसोलेशन ओ : बर्न वार्ड
आइसोलेशन एम : अस्थि रोग वार्ड व (लू व तापघात) मौसमी बीमारियों का वार्ड
आइसोलेशन एल : टीबी व चेस्ट वार्ड
आइसोलेशन वार्ड सी को कोविड पॉजिटिव, लेबर रूम, एफबीएनसी (नवजात शिशु) पोस्ट कोविड वार्ड
जेल वार्ड पहले की तरह एमडीआर टीबी वार्ड में ही संचालित

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