scriptअस्पताल में एक भी बेड नहीं खाली, मरीज करने पड़े डिस्चार्ज | Not a single bed in the hospital is empty, patients have to discharge | Patrika News

अस्पताल में एक भी बेड नहीं खाली, मरीज करने पड़े डिस्चार्ज

locationपालीPublished: Apr 18, 2021 09:54:57 am

Submitted by:

Suresh Hemnani

-जिले में 62 पॉजिटिव-पाली शहर में 21 जने संक्रमित

अस्पताल में एक भी बेड नहीं खाली, मरीज करने पड़े डिस्चार्ज

अस्पताल में एक भी बेड नहीं खाली, मरीज करने पड़े डिस्चार्ज

पाली। कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। जिले में आ रहे संक्रमितों के अलावा जालोर, सिरोही आदि क्षेत्रों से भी मरीज पाली आ रहे है। हालात यह है कि शनिवार को अस्पताल में सभी 245 बेड भर गए। इस पर शाम को ऐसे रोगियों को घर भेजा गया, जिनको अधिक तकलीफ नहीं थी और वे होम आइसोलेट रह सकते है। इसके अलावा कुछ रोगियों को मण्डिया रोड स्थित इएसआइ अस्पताल भेजा गया। इसके बाद अस्पताल में करीब दस-बारह बेड खाली हुए। जिले में शनिवार को एक साथ 62 नए संक्रमित आए। इनमें से 21 पॉजिटिव पाली शहर के थे। इसके अलावा मारवाड़ जंक्शन में नौ, सोजत सिटी में 6 जने पॉजिटिव आए। जबकि 92 जनों को डिस्चार्ज किया गया।
170 रेमेडेसिविर आए और खत्म…घबराने की जरूरत नहीं
कोरोना के उपचार में लगाए जा रहे रेमेडेसिविर इंजेक्शन एक दिन पहले ही खत्म हो गए थे। बांगड़ चिकित्सालय में शनिवार को 170 रेमेडेसिविर इंजेक्शन आए। जबकि अस्पताल में 245 कोरोना मरीज भर्ती थे। ऐसे में ये इंजेक्शन ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुए और शाम तक सभी खत्म हो गए। चिकित्साधिकारियों की माने तो रेमेडेसिविर इंजेक्शन नहीं होने पर भी घबराने या खतरे की बात नहीं है। कोरोना का उपचार अन्य दवाओं से भी किया जा सकता है। सांस की तकलीफ होने पर ऑक्सीजन की जरूरत होती है और उसकी अस्पताल में अभी कोई कमी नहीं है। जिन बेडों पर ऑक्सीजन नहीं है। वहां सिलेण्डर से ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है।
कोरोना मीटर
2 लाख 19 हजार 375 सैम्पल की जांच अब तक
12 हजार 402 पॉजिटिव
11 हजार 455 जने हुए हैं ठीक
829 एक्टिव केस है अभी जिले में
125 जनों की अभी तक हो चुकी है मौत
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