कुख्यात तस्कर कमलेश पुलिस पर कई बार फायंरिग कर चुका है। आरोपी को पकडऩे गए पुलिस बल को जवाबी फायरिंग को लेकर पूरी तरह तैयार थी, पुलिस का अंदेशा था कि जब भी आमना-सामने होगा वह फायरिंग करेगा।
– बाड़मेर पुलिस को जानकारी मिली कि सांडेराव पुलिस पर हमला करने का आरोपी सदर थाना के पीछे मकान में छिपा है।
– एसपी के निर्देशन में चार थानाधिकारियों के नेतृत्व में स्पेशल टीमों का हुआ गठन।
– फायरिंग की तैयारी के साथ पुलिस दल-बल के साथ पहुंचा।
– पुलिस पहुंची तो आरोपी पिछे के दरवाजे से होने लगा फरार
– दरवाजे पर तैनात हैड कांस्टेबल पर चढ़ाई लग्जरी कार, फिर जवानों ने किए फायर
– फायरिंग में घायल तस्कर कमलेश की उपचार के दौरान हुई मौत
– एसपी पहुंचे घटनास्थल, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती, पूरे मकान सहित क्षेत्र में छानबीन शुरू
सदर थाना क्षेत्र के सूनसान इलाके में एक साथ बाड़मेर पुलिस के जवानों ने दबिश दी, तो मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि कुछ ही देर में मोहल्ले के लोगों को जानकारी मिली कि पुलिस ने दबिश देकर तस्करों को पकड़ा है।
दिसम्बर 2017 में ग्रामीण थाना पुलिस दबिश देकर इसी आरोपी को घेर लिया था। उस दौरान ग्रामीण थानाधिकारी धन्नापुरी ने निर्माणाधीन मकान को घेर लिया था। पुलिस का अंदेशा था कि फायरिंग होगी, लेकिन तस्कर कमलेश मकान की छत पर चढ़ गया। उसके बाद पुलिस ने चेताते हुए कहा कि सरेंडर कर, वर्ना फायरिंग से उड़ा देंगे। उसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया था।