scriptअब सीइटीपी प्लांट पर जयपुर-दिल्ली से होगी सीधी मॉनिटरिंग | Now direct monitoring will be done from Jaipur-Delhi on CETP plant | Patrika News

अब सीइटीपी प्लांट पर जयपुर-दिल्ली से होगी सीधी मॉनिटरिंग

locationपालीPublished: Oct 23, 2020 09:38:08 am

Submitted by:

Suresh Hemnani

-सीइटीपी प्लांट संख्या 6 पर अब राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की रहेंगी सीधी मॉनिटरिंग

अब सीइटीपी प्लांट पर जयपुर-दिल्ली से होगी सीधी मॉनिटरिंग

अब सीइटीपी प्लांट पर जयपुर-दिल्ली से होगी सीधी मॉनिटरिंग

पाली। सीइटीपी प्लांट संख्या 6 पर अब राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की सीधी मॉनिटरिंग रहेगी। प्लांट पर गुरुवार को ऑनलाइन मॉरिटरिंग सिस्टम शुरू कर दिया गया। अब सीइटीपी से निकलने वाले पानी के मापदंडों पर सीधी दिल्ली-जयपुर से नजर रखी जाएगी। दरअसल, एनजीटी के निर्देश पर सीइटीपी प्लांट 6 पर ऑनलाइन कंट्ीनियुस इफ्लुएंट मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है। इसका सर्वर आरपीसीबी और सीपीसीबी से कनेक्ट रहेगा। सेंटर लेब जयपुर और सीपीसीबी दिल्ली में इसकी नियमित मॉनिटरिंग होगी।
आरओ ने किया आवलोकन
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष ने सीइटीपी प्लांट पर मॉनिरिंग सिस्टम शुरू कराने के निर्देश दिए थे। स्थानीय आरओ आर के बोड़ा ने सीइटीपी प्रबंधन को सख्ती से हिदायत देकर मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू करवाया। आरओ बोड़ा ने गुरुवार को प्लांट का अवलोकन किया। अब सीइटीपी के पानी का पीएच, सीओडी, बीओडी और टीएसएस समेत कई मापदंडों की रिपोर्ट हर समय आरपीसीबी और सीपीसीबी के पास उपलब्ध रहेगी। आरओ बोड़ा ने बताया कि बोर्ड अध्यक्ष के निर्देशों की पालना में सीइटीपी प्लांट पर ओसीइएम शुरू करवा दिया है। प्लांट के निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के विज्ञानिक दीपक ओझा भी साथ रहे।
सर्वाधिक प्रदूषित इकाइयों पर निगाहें
प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने प्रदेश में सर्वाधिक प्रदूषण फैलाने वाले 17 केटेगरी के उद्योगों पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा रही है। इसमें पाली का कपड़ा उद्योग भी शामिल है।

अब सीइटीपी प्लांट 6 से 11.75 एमएलडी पानी कर सकेंगे डिस्चार्ज
पाली। प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने सीइटीपी प्लांट छह से पानी डिस्चार्ज करने की क्षमता बढ़ा दी है। अब प्लांट से 11.75 एमएलडी पानी छोड़ा जा सकेगा। अब तक 10.75 एमएलडी पानी डिस्चार्ज की अनुमति थी। सीइटीपी फाउंडेशन के अनुरोध पर मंडल ने यह अनुमति जारी की है। प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने सीइटीपी से जेडएलडी की प्रगति रिपोर्ट और प्लांट के संचालन का एक्शन प्लान भी 15 दिवस में जमा कराने के आदेश दिए हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो