प्रतापगढ़- उच्च शिक्षा में छात्राएं अधिक
प्रतापगढ़ के राजकीय महाविद्यालय में छात्रों का नामांकन 1862 और छात्राएं 2297 हैं। यानी उच्च शिक्षा में इस क्षेत्र की बालाएं आगे बढ़ रही है। सिरोही- बढ़ा बालिकाओं का नामांकन
आदिवासी बाहुल्य आबूरोड में सत्र 2020-21 में तहसील क्षेत्र की कुल 223 स्कूलों में बालिकाओं का नामांकन 17068 था। जो सत्र 2021-22 में बढकऱ 18170 हो गया।
जिले में कक्षा एक से 12वीं में कुल नामांकन तीन लाख 13 हजार 151 का है। इसमें बालिकाओं की संख्या एक लाख 56 हजार 14 और बालकों की संख्या एक लाख 57 हजार 126 है।
सरकारी स्कूलों में दसवीं में छात्र 15781 और छात्राओं का नामांकन 15018 है जबकि 11वीं में छात्राओं का नामांकन छात्रों से अधिक है। छात्र 10148 और छात्राएं 10325 नामांकित है।
बांसवाड़ा के गढ़ी में वर्ष 1967 में स्कूल शुरू हुआ तो महज एक आदिवासी बालिका ने प्रवेश लिया और वह भी फेल हो गई। अब नजारा दूसरा है। बांसवाड़ा के 449 सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक 108906 बालिकाएं प्रवेशित है। घाटोल ब्लॉक के 62 स्कूलों में छात्राओं का नामांकन छात्रों से अधिक है।
आदिवासी इलाकों में अब बालिकाओं को पढऩे का मौका दिया जा रहा है। मौका मिलने पर बालिकाओं ने प्रतिभा साबित कर दिखाई। अभिभावक पहले जहां एक गांव से दूसरे गांव बच्चियों को नहीं भेजते थे, अब बड़े शहरों में रहकर बच्चियां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। मेरी स्कूल की पढ़ाई बांसवाड़ा-डूंगरपुर में हुई। उदयपुर रहकर मैंने आइआइटी की तैयारी बिना कोचिंग की। कानपुर से आइआइटी के बाद दिल्ली में रहकर मैंने सिविल सेवा की तैयारी की और चयनित हुई हूं। अभी कर्नाटक पोस्टिंग है। आने वाले समय में यह तस्वीर और सुनहरी मिलेगी। –मोना रोत, आइएएस