20 फीट की गहराई पर कर रहे थे काम
जानकारी के अनुसार बोरनड़ी गांव सरहद में स्थित बेरा समन्द्रा के एक कुएं पर मंगलवार सुबह 11 बजे बोरनड़ी निवासी नरेन्द्र पुत्र पप्पूराम नायक व जीवन पुत्र उम्मेदराम नायक कुएं के अंदर करीब 20 फीट की गहराई पर सीमेंट के फर्मे लगाने का काम कर रहे थे। इस दौरान कुआं ढह गया। संतुलन बिगडऩ़े से नरेन्द्र 180 फीट गहरे कुएं में गिर गया तथा मिट्टी उसके ऊपर गिर गई। श्रमिक जीवन सिंह के हाथ में गिरते समय रस्सा आ पकड़ में आ गया। जिसके सहारे वह बाहर निकल गया, उसकी जान बच गई। सरपंच धनङ्क्षसह कुम्पावत मौके पर पहुंचकर पुलिस व प्रशासन को सूचना दी। इस पर अतिरिक्त जिला कलक्टर चंद्रभान सिंह भाटी, मारवाड़ जंक्शन प्रधान मंगलाराम देवासी, तहसीलदार रामलाल मीणा, वृताधिकारी वृत सोजत डॉ. हेमंत जाखड़, एसडीआरफ की टीम, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता भोलाराम, समाजसेवी जोधाराम देवासी जोजावर सहित सोजत रोड पुलिस मय जाप्ता मौके पर पहुंची। कुएं से पानी निकालने का कार्य शुरू करवाया गया। कुएं का पूरा पानी बाहर निकाला जाएगा।
जानकारी के अनुसार बोरनड़ी गांव सरहद में स्थित बेरा समन्द्रा के एक कुएं पर मंगलवार सुबह 11 बजे बोरनड़ी निवासी नरेन्द्र पुत्र पप्पूराम नायक व जीवन पुत्र उम्मेदराम नायक कुएं के अंदर करीब 20 फीट की गहराई पर सीमेंट के फर्मे लगाने का काम कर रहे थे। इस दौरान कुआं ढह गया। संतुलन बिगडऩ़े से नरेन्द्र 180 फीट गहरे कुएं में गिर गया तथा मिट्टी उसके ऊपर गिर गई। श्रमिक जीवन सिंह के हाथ में गिरते समय रस्सा आ पकड़ में आ गया। जिसके सहारे वह बाहर निकल गया, उसकी जान बच गई। सरपंच धनङ्क्षसह कुम्पावत मौके पर पहुंचकर पुलिस व प्रशासन को सूचना दी। इस पर अतिरिक्त जिला कलक्टर चंद्रभान सिंह भाटी, मारवाड़ जंक्शन प्रधान मंगलाराम देवासी, तहसीलदार रामलाल मीणा, वृताधिकारी वृत सोजत डॉ. हेमंत जाखड़, एसडीआरफ की टीम, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता भोलाराम, समाजसेवी जोधाराम देवासी जोजावर सहित सोजत रोड पुलिस मय जाप्ता मौके पर पहुंची। कुएं से पानी निकालने का कार्य शुरू करवाया गया। कुएं का पूरा पानी बाहर निकाला जाएगा।
चार घंटे बाद पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
यह घटना सुबह करीब 11 बजे हुई। अधिकारियों को सूचित भी कर दिया गया, लेकिन चार घंटे बाद दोपहर दो बजे अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना के पांच घंटे बाद भी कुएं से पानी निकालने व रेस्क्यू शुरू नहीं हो पाया। इस पर प्रधान ने अपने निजी स्तर पर दो मोटर लगाकर कुएं से पानी बाहर निकालने का काम शुरू करवाया।
यह घटना सुबह करीब 11 बजे हुई। अधिकारियों को सूचित भी कर दिया गया, लेकिन चार घंटे बाद दोपहर दो बजे अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना के पांच घंटे बाद भी कुएं से पानी निकालने व रेस्क्यू शुरू नहीं हो पाया। इस पर प्रधान ने अपने निजी स्तर पर दो मोटर लगाकर कुएं से पानी बाहर निकालने का काम शुरू करवाया।
पिता की हो चुकी है मौत, मां कर रही पालन पोषण
नरेन्द्र जब दो वर्ष का था, तब उसके पिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद उसकी नरेन्द्र सहित उसकी तीन बहनों का पालन पोषण उनकी मां इन्द्रा देवी ही कर रही थी। इन्द्रा देवी ने मजदूरी करके दो पुत्रियों की शादी करवाई, जो ससुराल जाती है और नरेन्द्र व उसकी छोटी बहन इन्द्रा देवी के पास थे। नरेन्द्र तीन बहनों का इकलौता भाई है।
नरेन्द्र जब दो वर्ष का था, तब उसके पिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद उसकी नरेन्द्र सहित उसकी तीन बहनों का पालन पोषण उनकी मां इन्द्रा देवी ही कर रही थी। इन्द्रा देवी ने मजदूरी करके दो पुत्रियों की शादी करवाई, जो ससुराल जाती है और नरेन्द्र व उसकी छोटी बहन इन्द्रा देवी के पास थे। नरेन्द्र तीन बहनों का इकलौता भाई है।