मिलगेट निवासी महिला रजनी ने पत्रिका को बताया कि उसने खरीदारी के बाद ऑनलाइन पेमेंट एप से किया था, जब पार्टी के पास पेमेंट नहीं पहुंचा तो इसकी शिकायत एप के कस्टमर केयर पर की, वहां से एक कॉल आया और उसकी खाते के बारे में जानकारी पूछी, महिला ने बैंक खाते की जानकारी कस्टमर केयर पर बता दी, थोड़ी देर में उसके बैंक खाते में रखे पचास हजार रुपए की राशि कट गई, जबकि उसने कोई लेन-देन नहीं किया। महिला ने ट्रांसपोर्ट नगर थाने में शिकायत दी है, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
– फोन पर किसी को भी अपने बैंक खाता व एटीएम की जानकारी नहीं दे
– कोई भी बैंक व संस्था किसी व्यक्ति से यह जानकारी नहीं मांगती। कोई कॉल इस प्रकार आता है तो वह ठगी है
– रोजाना अपने ऑनलाइन एप्प का पासवर्ड बदलते रहें।
– एटीएम पासवर्ड भी समय-समय पर बदलते रहें।
– एटीएम बूथ पर सावधानी से रुपए निकालें।
– मोबाइल मैंसेजर से कोई परिचित रुपए मांगे तो नहीं दें।
ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के निशाने पर इन दिनों पाली पुलिस के अधिकारी भी है। साइबर ठग गिरोह ने पुलिस अधीक्षक, जैतारण डीएसपी, रायपुर मारवाड़ एसएचओ सहित जिले के कई थानाधिकारी की फेसबुक आइडी हेक कर दी है। एसपी की ओर से इसका मामला भी कोतवाली थाने में दर्ज करवाया गया था, ये ठग पुलिस की पहुंच से दूर है।
साइबर ठग लगातार आईडी हेक व अन्य तरीके से वारदात की फिराक में रहते हैं, पुलिस ऐसी वारदातों को खोलने के प्रयास में है, आमजन भी सतर्क रहें। – राहुल कोटोकी, एसपी, पाली।