शहीद भगत सिंह आवासीय कॉलोनी - समय - सुबह 10 बजे
पाली शहर के मंडिया रोड के पीछे शहीद भगत सिंह आवासीय कॉलोनी है। यहां पत्रिका टीम सुबह दस बजे पहुंची तो यहां एक कुएं से पानी का बड़ा टैंकर भरा जा रहा था। टैंकर चालक ने बताया कि यहां से पानी भरकर वह फैक्टि्रयों में पानी भेजा जा रहा है। आज तक उन्हें रोकने वाला कोई नहीं मिला। टैंकर का हिसाब किताब माफिया ही रखता है, चालक को तो केवल तनख्वाह मिलती है।
पाली शहर के मंडिया रोड के पीछे शहीद भगत सिंह आवासीय कॉलोनी है। यहां पत्रिका टीम सुबह दस बजे पहुंची तो यहां एक कुएं से पानी का बड़ा टैंकर भरा जा रहा था। टैंकर चालक ने बताया कि यहां से पानी भरकर वह फैक्टि्रयों में पानी भेजा जा रहा है। आज तक उन्हें रोकने वाला कोई नहीं मिला। टैंकर का हिसाब किताब माफिया ही रखता है, चालक को तो केवल तनख्वाह मिलती है।
गांधी नगर मंडिया रोड- समय - शाम 4 बजे
पाली शहर के गांधी नगर मंडिया रोड पर शाम चार बजे पत्रिका टीम पहुंची तो यहां खुलेआम पानी का टैंकर अवैध कुएं से भरा जा रहा है। इसकी अनुमति न तो कुआं संचालक के पास है न ही टैंकर चालक के पास। टैंकर चालक ने बताया कि घरों व औद्योगिक इकाइयों में मांग के अनुरूप यहीं से पानी लेकर सप्लाई किया जाता है। उन्हें प्रशासन नहीं रोकता।
पाली शहर के गांधी नगर मंडिया रोड पर शाम चार बजे पत्रिका टीम पहुंची तो यहां खुलेआम पानी का टैंकर अवैध कुएं से भरा जा रहा है। इसकी अनुमति न तो कुआं संचालक के पास है न ही टैंकर चालक के पास। टैंकर चालक ने बताया कि घरों व औद्योगिक इकाइयों में मांग के अनुरूप यहीं से पानी लेकर सप्लाई किया जाता है। उन्हें प्रशासन नहीं रोकता।
सुमेरपुर रोड बांडी नदी रोड- समय- दोपहर 3 बजे
पाली शहर के बांडी नदी-सुमेरपुर रोड पर पत्रिका टीम ने एक पानी से भरे हुए टैंकर को रुकवाया तो उसने बताया कि शहर में ऐसे कई कुएं है, जहां से बिना रोकटोक पानी भरा जा सकता है। पाली शहर के मानपुरा भाखरी के पास भी कुओं से पानी भरवाया जाता है। यह पानी शहर में सप्लाई होता है। पुलिस, प्रशासन, जलदाय विभाग उन्हें नहीं रोकता। टैंकर के बदले उन्हें मुंह मांगा दाम मिलता है।
पाली शहर के बांडी नदी-सुमेरपुर रोड पर पत्रिका टीम ने एक पानी से भरे हुए टैंकर को रुकवाया तो उसने बताया कि शहर में ऐसे कई कुएं है, जहां से बिना रोकटोक पानी भरा जा सकता है। पाली शहर के मानपुरा भाखरी के पास भी कुओं से पानी भरवाया जाता है। यह पानी शहर में सप्लाई होता है। पुलिस, प्रशासन, जलदाय विभाग उन्हें नहीं रोकता। टैंकर के बदले उन्हें मुंह मांगा दाम मिलता है।
आदेश: आठ कुओं से ही अनुमति पर ले सकते हैं पानी
पाली जिला कलक्टर व एसडीएम ने आदेश निकाल रखा है कि शहर के आठ कुएं अधिकृत किए गए हैं। इनमें से जलदाय विभाग व एसडीएम की पर्ची से ही पानी मिल सकता है, अन्य कुओं से पानी नहीं ले सकते। पाली में ऐसा नहीं हो रहा है। अवैध टैंकर व अवैध कुओं पर कोई रोक टोक नहीं है।
पाली जिला कलक्टर व एसडीएम ने आदेश निकाल रखा है कि शहर के आठ कुएं अधिकृत किए गए हैं। इनमें से जलदाय विभाग व एसडीएम की पर्ची से ही पानी मिल सकता है, अन्य कुओं से पानी नहीं ले सकते। पाली में ऐसा नहीं हो रहा है। अवैध टैंकर व अवैध कुओं पर कोई रोक टोक नहीं है।
शहर में 96 घंटे से जलापूर्ति, वाटर ट्रेन से पानी
इधर, पाली में जल संकट लगातार जारी है। कुछ राहत जोधपुर से वाटर ट्रेन लाकर दी जा रही है। शहर में वर्तमान में 96 घंटे से जलापूर्ति की जा रही है। आसपास के गांवों में जलसंकट और भी ज्यादा है। पानी माफिया इन दिनों इस हालात का फायदा उठा रहा है।
इधर, पाली में जल संकट लगातार जारी है। कुछ राहत जोधपुर से वाटर ट्रेन लाकर दी जा रही है। शहर में वर्तमान में 96 घंटे से जलापूर्ति की जा रही है। आसपास के गांवों में जलसंकट और भी ज्यादा है। पानी माफिया इन दिनों इस हालात का फायदा उठा रहा है।
हर कुएं से पानी के लिए स्वीकृति जरूरी
शहर व जिले में किसी भी कुएं से पानी परिवहन के लिए जलदाय विभाग से स्वीकृति लेनी जरूरी है। कुओं से पानी बेचने को लेकर परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई की जा रही है। -मनीष माथुर, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, पाली
शहर व जिले में किसी भी कुएं से पानी परिवहन के लिए जलदाय विभाग से स्वीकृति लेनी जरूरी है। कुओं से पानी बेचने को लेकर परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई की जा रही है। -मनीष माथुर, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, पाली
टैंकर पहुंचते ही उमड़ते हैं ग्रामीण
रोहट। रोहट उपखंड क्षेत्र में पेयजल की गंभीर समस्या है। सिणगारी गांव में शुक्रवार को पानी के दो टैंकर गांव पहुंचे। पानी के टैंकरों से पहले गांव की खेलियों को पानी से भरा गया। उसके बाद पानी सार्वजनिक टांके में डाला गया। इस पर वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण उमड़े। गांव में हालात यह है कि ग्रामीण बर्तन लेकर पानी के टैंकर का इंतजार करते है। पानी के टैंकर आने की जानकारी मिलते ही टांकें पर भीड़ उमड़ती है। कई बार पानी भरने को लेकर ग्रामीण आपस में उलझते है।
रोहट। रोहट उपखंड क्षेत्र में पेयजल की गंभीर समस्या है। सिणगारी गांव में शुक्रवार को पानी के दो टैंकर गांव पहुंचे। पानी के टैंकरों से पहले गांव की खेलियों को पानी से भरा गया। उसके बाद पानी सार्वजनिक टांके में डाला गया। इस पर वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण उमड़े। गांव में हालात यह है कि ग्रामीण बर्तन लेकर पानी के टैंकर का इंतजार करते है। पानी के टैंकर आने की जानकारी मिलते ही टांकें पर भीड़ उमड़ती है। कई बार पानी भरने को लेकर ग्रामीण आपस में उलझते है।