सीरवी समाज की पहल: बेटियों की शिक्षा के लिए बढ़ाए हाथ, तीन लाख की सहायता बेटियों को शिक्षा की राह पर आगे बढ़ाने की मंशा से सीरवी समाज (Seervi commmunity) भी अब जागरूक हो चला है। वैवाहिक आयोजनों में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शिक्षा के लिए वर-वधु पक्ष के परिवार आर्थिक सहयोग राशि देकर समाज को नई राह दिखा रहे हैं।
सीरवी किसान छात्रावास पाली के व्यवस्थापक चौधरी रमेश करणवा ने बताया कि भामाशाह देवाराम पुत्र दुदाजी राठौड़ निवासी पावा सुमेरपुर ने अपनी बेटियों सोनिया और पूनम तथा वर पक्ष की ओर से वनाराम पुत्र शोभाजी निवासी चांचोड़ी ने अपने पुत्र भरत और शेषाराम पुत्र भोलाराम परमार निवासी बीजोवा ने अपने पुत्र मुकेश की शादी पर समाज के मेधावी व आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों की सहायतार्थ को समर्पित संस्थान सीरवी किसान छात्रावास पाली को 51-51 हजार रुपए कुल एक लाख 53 हजार रुपए की सहयोग राशि दी गई।
प्रतियोगियों की तैयारी के लिए भी सहयोग
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों के लिए जयपुर में आवासीय व्यवस्था का संचालन करने वाली संस्था सीरवी एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी जयपुर को भी तीनों भामाशाहों की ओर से 51-51 हजार रुपए कुल एक लाख 53 हजार रुपए की सहायता प्रदान की गई।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों के लिए जयपुर में आवासीय व्यवस्था का संचालन करने वाली संस्था सीरवी एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी जयपुर को भी तीनों भामाशाहों की ओर से 51-51 हजार रुपए कुल एक लाख 53 हजार रुपए की सहायता प्रदान की गई।
सीरवी किसान छात्रावास पाली के व्यवस्थापक रमेश चौधरी करणवा ने ये राशि प्राप्त की। इस पर व्याख्याता प्रभुराम मुलेवा चांचौड़ी, अखिल भारतीय सीरवी युवा परिषद् अध्यक्ष सुरेश चौधरी व सीरवी किसान छात्रावास पाली के व्यवस्थापक चौधरी रमेश करणवा ने भामाशाहों का स्वागत किया। इस अवसर पर शिक्षाविद् नाथूराम मुलेवा, कानाराम, भबुताराम, सोनाराम काग, कालुराम राठौड़, जेठाराम काग, जीवाराम गेहलोत, जेठाराम परिहार, भूराराम परिहार, दिलीप परिहार, पकाराम कोटवाल, घीसाराम, गणाराम आदि उपस्थित रहे।
दशकों से चली आ रही परम्परा
व्यवस्थापक रमेश चौधरी ने बताया कि सीरवी समाज में सकारात्मक आर्थिक सहयोग की परम्परा दशकों से चली आ रही है। इससे पूर्व अक्टूम्बर माह में भामाशाह वनाराम शोभाजी वरपा निवासी चांचोड़ी ने सीरवी किसान छात्रावास पाली में छात्रों के लिए पुस्तकालय बनवाकर दिया था।
व्यवस्थापक रमेश चौधरी ने बताया कि सीरवी समाज में सकारात्मक आर्थिक सहयोग की परम्परा दशकों से चली आ रही है। इससे पूर्व अक्टूम्बर माह में भामाशाह वनाराम शोभाजी वरपा निवासी चांचोड़ी ने सीरवी किसान छात्रावास पाली में छात्रों के लिए पुस्तकालय बनवाकर दिया था।