सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस टीम के किशन गोपाल जाट, अमरचंद सांखला, अशोक अजमेरा, सुनील उपाध्याय, चेतन शर्मा सहित गोताखोर राहुल पाराशर, विजय शंकर पाराशर, मेघेन्दर ने एक घंटे की मशक्कत के बाद मृतक गमनाराम का शव पुष्कर सरोवर से बाहर निकाला। घटना की रिपोर्ट मृतक के भाई गुलाबराम ने दी।
घटना के समय मृतक गमना राम का पूरा परिवार घाट पर मौजूद था। गमना राम के डूबने से मौत होने की जानकारी मिलने के साथ ही घाट पर कोहराम मच गया। चारों ओर परिजन जोर-जोर से रोने लगे। बालक, महिलाएं युवतियां सभी की रुलाई फूट पड़ी देखते ही देखते माहौल गम में बदल गया। घाट पर मौजूद उसकी धर्मपत्नी बेहोश व बेसुध हो गई। अन्य महिलाओं ने साड़ी से हवा करके उसको होश में लाने की कोशिश भी की।
पुष्कर सरोवर के घाट पर तैनात सिविल डिफेन्स टीम को 30 सितम्बर से घाटों से हटा दिया गया था। लेकिन सूचना मिलते ही टीम दौड़ पड़ी तथा मृतक का शव जल से बाहर निकालने में जुट गई। विधायक सुरेश सिंह रावत ने जिला कलक्टर को पत्र भेजकर पुष्कर सरोवर के घाट पर सिविल डिफेन्स टीम पुन: लगाने की मांग की है।