ग्राम विकास अधिकारी पर सार्वजनिक शौचालय निर्माण की राशि गबन करने का आरोप है। विभागीय जांच में गबन की पुष्टि होने पर न्यायालय के जरिए गुड़ा एंदला में मुकदमा दर्ज किया गया था। ग्राम विकास अधिकारी ने मामले के विरुद्ध याचिका लगाई था। सुनवाई पूरी होने के बाद हाइकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी। वर्तमान में गिरफ्तारी के आदेश पर हाइकोर्ट का स्टे हैं। गोचर भूमि में फर्जी पट्टे जारी करने के आरोपों का मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है।
ग्राम विकास अधिकारी पर फर्जीवाड़े के कई आरोप है। उसके विरुद्ध जांच विचाराधीन है। इसके बावजूद उसे पंचायत का चार्ज दे दिया। विवादित ग्राम विकास अधिकारी को वापस लगाने पर रेकॉर्ड में हेराफेरी हो सकती है। स्थानांतरण निरस्त नहीं किया गया तो विरोध करेंगे।
उम्मेदसिंह, ग्रामीण बूसी
ग्रामीणों में आक्रोश
यह ग्राम विकास अधिकरी काफी लम्बे समय से यहां रहा है। इसके खिलाफ गबन व फर्जी पट्टे सहित कई मामले दर्ज हो चुके हैं। इसको दोबारा लगाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
धन्नाराम माली, उपसरपंच ग्राम पंचायत बूसी
मेरे को आए अभी दस दिन ही हुए हैं। ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ गबन व फर्जी पट्टे जारी करने के मामले दर्ज होने की मुझे जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो जांच करवा देंगे।
नवीन कुमावत, विकास अधिकारी रानी