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विवादित ग्राम विकास अधिकारी : जिस ग्राम पंचायत में फर्जीवाड़े करने का आरोप, उसी पंचायत की कमान सौंपी

पाली. आदर्श ग्राम पंचायत बूसी के जिस ग्राम विकास अधिकारी को शौचालय निर्माण में गबन और गोचर भूमि में पट्टे जारी करने जैसे आरोपों के कारण साढ़े चार साल साल पहले हटा दिया गया था। वही ग्राम विकास अधिकारी अब दोबारा बूसी ग्राम पंचायत में अपना पदस्थापन कराने में सफल हो गया है।

पालीSep 15, 2019 / 09:21 pm

Rajendra Singh Rathore

विवादित ग्राम विकास अधिकारी : बूसी ग्राम पंचायत में बवाल

पाली. आदर्श ग्राम पंचायत बूसी के जिस ग्राम विकास अधिकारी को शौचालय निर्माण में गबन और गोचर भूमि में पट्टे जारी करने जैसे आरोपों के कारण साढ़े चार साल साल पहले हटा दिया गया था। वही ग्राम विकास अधिकारी अब दोबारा बूसी ग्राम पंचायत में अपना पदस्थापन कराने में सफल हो गया है। जबकि उसके विरुद्ध जांच चल रही है। विवादित ग्राम विकास अधिकारी के दोबारा लगाने से पंचायत में बवाल खड़ा हो गया है।
ग्राम विकास अधिकारी शेषाराम का बूसी ग्राम पंचायत में 10 साल तक पदस्थापन रहा। मार्च 2015 में ग्राम पंचायत ने सर्वसम्मति से शेषाराम को हटाने का प्रस्ताव लिया था। पंचायत के विरोध पर उस वक्त उसे तत्काल हटा दिया गया था। इसके बाद रसूखात के बल पर उसने दो बार पुन: बूसी में तबादला कराया, लेकिन ग्रामीणों के असंतोष सेवह सफल नहीं हो पाया। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग सांवलता है। निंबाड़ा ग्राम पंचायत का अतिरिक्त चार्ज भी इसके पास है। दो दिन पूर्व ही उसे बूसी ग्राम पंचायत की कमान भी संभला दी गई।
ये है आरोप
ग्राम विकास अधिकारी पर सार्वजनिक शौचालय निर्माण की राशि गबन करने का आरोप है। विभागीय जांच में गबन की पुष्टि होने पर न्यायालय के जरिए गुड़ा एंदला में मुकदमा दर्ज किया गया था। ग्राम विकास अधिकारी ने मामले के विरुद्ध याचिका लगाई था। सुनवाई पूरी होने के बाद हाइकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी। वर्तमान में गिरफ्तारी के आदेश पर हाइकोर्ट का स्टे हैं। गोचर भूमि में फर्जी पट्टे जारी करने के आरोपों का मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है।
विरोध करेंगे
ग्राम विकास अधिकारी पर फर्जीवाड़े के कई आरोप है। उसके विरुद्ध जांच विचाराधीन है। इसके बावजूद उसे पंचायत का चार्ज दे दिया। विवादित ग्राम विकास अधिकारी को वापस लगाने पर रेकॉर्ड में हेराफेरी हो सकती है। स्थानांतरण निरस्त नहीं किया गया तो विरोध करेंगे।
उम्मेदसिंह, ग्रामीण बूसी

ग्रामीणों में आक्रोश
यह ग्राम विकास अधिकरी काफी लम्बे समय से यहां रहा है। इसके खिलाफ गबन व फर्जी पट्टे सहित कई मामले दर्ज हो चुके हैं। इसको दोबारा लगाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
धन्नाराम माली, उपसरपंच ग्राम पंचायत बूसी
ऐसा है तो जांच करवाएंगे
मेरे को आए अभी दस दिन ही हुए हैं। ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ गबन व फर्जी पट्टे जारी करने के मामले दर्ज होने की मुझे जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो जांच करवा देंगे।
नवीन कुमावत, विकास अधिकारी रानी
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