संगठन की 11 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों ने यह असहयोग आंदोलन शुरू किया है। इसे प्रधान संघ और जिला परिषद के कर्मचारियों ने भी समर्थन दिया है। ग्राम पंचायतों में भी सरकारी कार्य करने वाले ग्राम सेवक कलमबंद हड़ताल पर है। एेसे में सोमवार से पूरे जिले में पंचायतीराज व्यवस्था लड़खड़ा गई है। जिलामुख्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में अपनी मांगे रखी गई। जयपुर स्तर पर यदि इन मांगों को नहीं माना गया तो आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी भी दी है।
यह है प्रमुख मांगे वेतन ग्रेड पे बढ़ाने की मांग की गई है। साथ ही रिक्त पदों पर जल्द भर्ती की मांग की गई है। तीसरी प्रमुख मांग पदोन्नति को लेकर है। साथ ही कार्यभार को कम करने, स्थानांतरण नीति को लेकर भी मांग रखी गई है।
प्रभावित हुआ कामकाज जिले की ग्राम पंचायतों के साथ ही पंचायत समितियों में रोजमर्रा के कामकाज में भी लोगों को परेशानी हुई। कर्मचारियों ने कलमबंद हड़ताल के चलते कई लोगों को लौटा दिया। यह आंदोलन आगामी समझौते तक अनिश्चितकाल के लिए जारी रखने का एेलान किया गया है।