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पाती है।
इधर, बस्ती में छाया सन्नाटा
राजस्थान पत्रिका के ११ सितम्बर के अंक में ‘पीढिय़ों से चल रहा देह व्यापार अब बन गया कुप्रथाÓ व १२ सितम्बर के अंक में ‘कुप्रथा निभाने हसरतों को भूल ‘कठपुतली बनीं बेटिया शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद पुलिस हरकत में आई। ग्रामीण वृत्ताधिकारी नरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम ने इस बस्ती पर मंगलवार शाम को दबिश देकर तीन युवतियों व दो युवकों को पकडऩे की कार्रवाई की। इसके चलते बुधवार को बस्ती में सन्नाटा पसरा नजर आया। सड़कों के किनारे खड़ी होकर आने-जाने वालों को रोकने वाली लड़कियां बुधवार को नजर नहीं आई।
पाती है।
इधर, बस्ती में छाया सन्नाटा
राजस्थान पत्रिका के ११ सितम्बर के अंक में ‘पीढिय़ों से चल रहा देह व्यापार अब बन गया कुप्रथाÓ व १२ सितम्बर के अंक में ‘कुप्रथा निभाने हसरतों को भूल ‘कठपुतली बनीं बेटिया शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद पुलिस हरकत में आई। ग्रामीण वृत्ताधिकारी नरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम ने इस बस्ती पर मंगलवार शाम को दबिश देकर तीन युवतियों व दो युवकों को पकडऩे की कार्रवाई की। इसके चलते बुधवार को बस्ती में सन्नाटा पसरा नजर आया। सड़कों के किनारे खड़ी होकर आने-जाने वालों को रोकने वाली लड़कियां बुधवार को नजर नहीं आई।
जानिए आखिर क्यों इन बस्ती की बेटियां को पांचवी से आगे नहीं पढ़ाया जाता
कार्रवाई नहीं सम्बल की जरुरत
पुलिस ने मंगलवार को कार्रवाई कर बस्ती की तीन युवतियों को पकड़ा लेकिन होना यह चाहिए था कि किसी स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से काउंसलिंग करवाकर इनको इस धंधे से छुटकारा दिलाया जाए। सरकारी योजनाओं का लाभ देकर इनको समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाए। जिससे की यह गंदा काम छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सके और एक इज्जत भरी जिदंगी जी सके।
कार्रवाई नहीं सम्बल की जरुरत
पुलिस ने मंगलवार को कार्रवाई कर बस्ती की तीन युवतियों को पकड़ा लेकिन होना यह चाहिए था कि किसी स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से काउंसलिंग करवाकर इनको इस धंधे से छुटकारा दिलाया जाए। सरकारी योजनाओं का लाभ देकर इनको समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाए। जिससे की यह गंदा काम छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सके और एक इज्जत भरी जिदंगी जी सके।