उनका कहना है कि नारी बहन के रूप हो या मां के रूप में, या फिर सड़क पर चलने वाली महिला भी हो, वह मातृ शक्ति है, समाज को चाहिए कि उसे स्नेह दे, सम्मान दें। क्योंकि भारत में मां का विशेष महत्व है। भारत देश को भी हम भारत माता के नाम से पुकारते है। गाय भी मां है, इसलिए पुराणों व शास्त्रों में नारी शक्ति का सम्मान किया गया है। हम सीताराम, राधा कृष्ण बोलते है, देव से पहले देवी का नाम आता है। इसलिए इसी संस्कार को अपनाते हुए वर्तमान समाज को भी नारी शक्ति का सम्मान करना चाहिए, यही सच्चची शक्ति की आराधना है।
नारी शक्ति को भी मन से होना पड़ेगा मजबूत
नारी को मन से मजबूत होना पड़ेगा। महिला अपनेआप में शक्ति का अवतार है। वह अपने संकल्प से समाज में पहचान बनाए। खुद को कमजोर न समझे। आगे बढ़े, आने वाली पीढ़ी को नारी शक्ति ही सहीं दिशा दिखा सकती है, क्योंकि मां ही पहली गुरु होती है।
नारी को मन से मजबूत होना पड़ेगा। महिला अपनेआप में शक्ति का अवतार है। वह अपने संकल्प से समाज में पहचान बनाए। खुद को कमजोर न समझे। आगे बढ़े, आने वाली पीढ़ी को नारी शक्ति ही सहीं दिशा दिखा सकती है, क्योंकि मां ही पहली गुरु होती है।
पाली, जालोर व सिरोही का कार्यभार संभालती है चारण
आरटीओ प्रवीणा चारण पाली, जालोर व सिरोही जिले का प्रभार संभालती है। उनका कहना है कि ऑफिस में भी महिला इंस्पेक्टर सहित अन्य महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जाता है। कामकाज के लिए कार्यालय में आने वाली महिलाओं का काम प्राथमिकता से किया जाता है।
आरटीओ प्रवीणा चारण पाली, जालोर व सिरोही जिले का प्रभार संभालती है। उनका कहना है कि ऑफिस में भी महिला इंस्पेक्टर सहित अन्य महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जाता है। कामकाज के लिए कार्यालय में आने वाली महिलाओं का काम प्राथमिकता से किया जाता है।