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पाइप लाइनों में लीकेज, पैर पसार रहा पीलिया, एक माह में 40 मरीज

locationपालीPublished: Oct 10, 2019 11:33:16 pm

Submitted by:

Rajeev

– पाइप लाइनों के क्षतिग्रस्त होने से दूषित पानी बड़ा कारण
– सीवरेज कार्य से टूट रही पाइप लाइनें, बढ़ रहे मरीज

पाइप लाइनों में लीकेज, पैर पसार रहा पीलिया, एक माह में 40 मरीज

पाइप लाइनों में लीकेज, पैर पसार रहा पीलिया, एक माह में 40 मरीज

पाली. शहर में सीवरेज के काम को लेकर आए दिन पानी की पाइप लाइनें टूट रही है। इनमें लीकेज बढऩे से दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। इस कारण शहर में पीलिया के मरीज बढ़ गए हैं। पिछले एक माह में पीलिया के चालीस मरीज सरकारी बांगड़ अस्पताल में पहुंच चुके हैं। इससे चिकित्सा विभाग भी चिंतित है।
लीकेज पाइप लाइनों से हालात खराब
शहर में पिछले कई वर्षों से सीवरेज का काम चल रहा है। पिछले दिनों पाइप लाइन लीकेज की सबसे अधिक शिकायतें आई। इस कारण दूषित पानी घरों में सप्लाई हुई। माना जा रहा है कि शहर में इस कारण पीलिया फैल रहा है। बांगड़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आउटडोर में मरीजों की कतार लग रही है। अस्पताल प्रशासन की माने तो एक माह में चालीस मरीज पीलिया के पहुंचे हैं। नगर परिषद ने सीवरेज का काम करने वाली एजेंसी से इस सम्बंध में कोई जवाब नहीं मांगे, वहीं जलदाय विभाग ने भी लीकेज पाइप लाइनें ठीक नहीं की। अस्पताल में पहुंचे मरीजों का उपचार किया जा रहा है।
झाड़-फूक पर नहीं दे ध्यान
आंखों का रंग पीला होने लगे और थकान महसूस होने के साथ पाचन तंत्र खराब रहने लगे तो सतर्क होने की जरूरत है। आंखें व त्वचा तभी पीली होती हैं, जब शरीर में बिलुरुबिन पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है। बिलुरुबिन लिवर में जाता तो है, लेकिन मात्रा अधिक होने से न तो पच पाता है और न ही सही मात्रा में शरीर से निकल पाता है। इससे लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने के साथ इस अंग के पाइप बाइल डक्ट आदि में भी संक्रमण होता है, जिससे कैंसर व मल्टी ऑर्गन फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। लाल रुधिर कणिकाओं (आरबीसी) के टूटने से भी बिलुरुबिन लेवल बढ़ता है। पीलिया की शिकायत होने पर झाड़-फूंक में समय बर्बाद न करें। इलाज में देरी रोगी की जान को खतरे में डाल सकती है। पीलिया सीधे लिवर को प्रभावित करता है।
पीलिया के लक्षण

-त्वचा का पीला होना
– शरीर में खुजली होना

-अचानक वजन घटना
– उल्टी आना जी मचलाना

– पेट में दर्द व चक्कर आना
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पीएमओ बोले-चिंता की बात नहीं
पीलिया पर शहर में क्या हालात है?
– पीलिया के रोगी रोजाना एक-दो आ रहे हैं, स्थिति नियंत्रण में है। चिंता की बात नहीं है। अलग-अलग क्षेत्रों से रोगी आ रहे हैं।

पीलिया फैलने के मुख्य कारण?
दूषित पानी, खान-पान, अशुद्धता से यह बीमारी फैलती है।

शहर में पानी की पाइप लाइनें लीकेज है, इससे भी फैल रहा?
पीलिया दूषित पानी से फैल रहा है। फिलहाल एक क्षेत्र से अधिक मरीज नहीं आ रहे हैं, इस कारण यह नहीं कह सकते कि किसी विशेष कारण से फैला है।
अस्पताल में क्या सुविधाएं है?

बांगड़ अस्पताल में मरीजों के जांच की व्यवस्था है, पूरा उपचार किया जाता है। गंभीर मरीज भर्ती कर दिए जाते हैं। पीलिया को लेकर कलक्टर को भी सूचित करते हैं।
(जैसा कि बांगड़ अस्पताल के पीएमओ डॉ. एडी राव ने बताया)
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जलदाय विभाग एसई को नहीं पता शहर में कितने लीकेज
शहर में पाइप लाइनों से लीेकेज के कारण दूषित पानी घरों में सप्लाई होता है। इससे पीलिया फैलता है, लेकिन जलदाय विभाग के सिटी एसई दिनेश पुरोहित से पाइप लाइनों में लीकेज के बारे में बात की तो जानकारी मिली कि उन्हें लीकेज की संख्या पता नहीं है। पुरोहित ने बताया कि उनके विभाग के एईएन व एक्सईएन ही लीकेज का कामकाज देखते है, उन्हें रिपोर्ट भी नहीं करते। उन्होंने माना कि जिला कलक्टर ने गत बैठक में पीलिया को लेकर उन्हें निर्देशित किया था, सीएमएचओ भी उन्हें जानकारी देते हैं।

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