दृश्य एक : कलक्ट्रेट के पास ही एक मिष्ठान की दुकान का शटर थोड़ा सा खुला रखा गया। ग्राहक उसके नीचे से दुकान में गया और मिठाई लेकर वापस आ गया। सर्राफ बाजार में एक दुकान के बाहर एक जना बैठा था। ग्राहक आने पर फोन किया तो मिठाई आ गई और ग्राहक को दे दी गई।
दृश्य दो : सब्जी मण्डी में सुबह होते ही सब्जी खरीदने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी उमड़े। यहां सब्जी व फल विक्रेता तो मास्क के बिना बैठे ही थे। ग्राहकों ने भी मास्क नहीं लगाया। ऐसी ही स्थिति शहर के अन्य जगहों पर भी सब्जी के ठेले लेकर खड़े रहे विक्रेताओं के पास भी रही।
दृश्य तीन : सर्राफा बाजार में किराणे की दुकानों पर दुकानदार व ग्राहक सभी बिना मास्क व सोशल डिस्टेंशिंग के खड़े थे। इसके बावजूद उनको किसी ने नहीं रोका। उन्होंन निर्धारित समय पर दुकानें भी बंद नहीं की। इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर दुकानें बंद कराई। एक दुकान का चालान भी काटा।
नियम तोड़ा तो गिरी गाज
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुबह ग्यारह बजे दुकानें बंद करवाने पहुंचते तो सर्राफा बाजार में एक व्यापारी बिना मास्क के बैठा था। इस पर उसका चालान बनाया गया। इसके बाद दोपहर करीब बारह बजे बाद धानमण्डी में दो जने दुकान खोलकर बैठे थे। इस पर उनकी दुकानें तहसीलदार पंकज कुमार व आयुक्त ब्रिजेश रॉय ने 72 घंटे के लिए सीज करवाई। इस कार्रवाई को देखकर चंद कदमों की दूरी पर एक व्यापारी शटर नीचे कर दुकान के अन्दर चला गया। पुलिस के जाने के बाद वह दुकान बंद कर घर गया।