scriptसकारात्मक खबर : ऑक्सीजन लेवल 40 तक पहुंचा, पर जीने के जज्बे के आगे हार मान गया कोरोना | People turned negative from Corona positive in Pali | Patrika News

सकारात्मक खबर : ऑक्सीजन लेवल 40 तक पहुंचा, पर जीने के जज्बे के आगे हार मान गया कोरोना

locationपालीPublished: May 12, 2021 07:14:19 am

Submitted by:

Suresh Hemnani

– सीटी स्कैन का स्कोर 23 था, फिर भी दी कोरोना को मात- मुंडारा की रहने वाली सरोज ‘मौत’ को हराकर लौटी घर

सकारात्मक खबर : ऑक्सीजन लेवल 40 तक पहुंचा, पर जीने के जज्बे के आगे हार मान गया कोरोना

सकारात्मक खबर : ऑक्सीजन लेवल 40 तक पहुंचा, पर जीने के जज्बे के आगे हार मान गया कोरोना

पाली। कोरोना की दूसरी लहर में लोग मौत का आंकड़ा देखकर घबरा रहे हैं, लेकिन ऐसे भी मरीज हैं जिन्होंने हिम्मत से कोरोना को हरा दिया और अस्पताल से घर लौटे। उनमें से ही एक है मुंडारा गांव की रहने वाली 47 साल की सरोज पत्नी कैलाश सोमपुरा। सरोज को जब 28 अप्रेल को पाली लाया गया था तो उनका ऑक्सीजन लेवल 60 था। सीटी स्कैन स्कोर 23 था। उनका ऑक्सीजन लेवल एक बार तो 40 पर पहुंच गया, लेकिन आखिर जीने के जज्बे के आगे कोरोना हार गया।
कार्मिकों ने बदली सोच
बकौल सरोज, ‘मुंडारा से पाली बांगड़ अस्पताल आने पर घबरा गई थी। एक ही विचार आ रहा था मेरे बच्चों का क्या होगा। यहां भर्ती होने पर नर्सिंग स्टॉफ की पिंकी जोशी, मंजू चौधरी व पुनीत दवे के साथ डॉ. बालाराम चौधरी दिन में कई बार आते और कहते घबराओ नहीं, आप स्वस्थ हो जाएंगी। इसके बाद सोच बदली और लडऩे की ठानी तो स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ और आज मैं घर जा रही हूं।
रोजाना सुनाती थी भजन
सरोज बताती है कि अस्पताल में वह रोजाना भजन सुनती थी। महामृत्युंजय का मंत्र भी सुनती थी। भर्ती होने के पांचवे दिन ऑक्सीजन हटवाई। नाक से तेज सांस लेकर कुछ देर रोककर छोड़ती। अनुलोम-विलोम करती थी। पपीता, किवी, खीरा ककड़ी खाई। अब मैं स्वस्थ हूं और ऑक्सीजन भी 94/95 आ रही है। वे बताती है कि बांगड़ चिकित्सालय के स्टॉफ ने बहुत मदद की। ऐसा लगा ही नहीं कि मैं सरकारी अस्पताल में हूं। यों लगता था अपनों के बीच निजी चिकित्सालय में हूं।
अस्पताल में 21 दिन उपचार के बाद लौटे घर
पाली। राजकीय बांगड़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार के बाद ठीक होकर लौटने वाले मरीज बीमारों की हिम्मत बढ़ा रहे है। पाली के पल्लीवालों का वास निवासी नरेश टांक 21 दिन पहले बांगड़ चिकित्सालय में भर्ती हुए थे। उनको मंगलवार को डिस्चार्ज किया गया। उन्होंने बताया कि सकारात्मक सोच से वे कोरोना को हरा सके है। उनके डिस्चार्ज होते समय प्रकाश सांखला, पार्षद आमीन अली रंगरेज सहित चिकित्साकर्मी मौजूद थे।
कोरोना को हराया…हर साल पांच पौधे लगाने का संकल्प
पाली। रोटरी क्लब में बनाए गए कोविड केयर सेंटर से मंगलवार को ढगलाराम पुत्र सांवलराम स्वस्थ होकर वापस अपने घर लौटे। इस पर संस्थान ने उनको पर्यावरण की रक्षा के लिए एक पौधा दिया और हर साल पांच पौधे लगाने का संकल्प दिलाया। इस भवन में जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग के मार्गदर्शन में नगर परिषद व सीइटीपी द्वारा तैयार कोविड केयर सेंटर का जिम्मा जेसीआइ पाली डायनेमिक का है। इस मौके डॉ. दलजीत सिंह राणावत, हरिनारायण लोहारा, तुलसाराम, जेसीआइ संस्थापक अध्यक्ष विनय बम्ब, सीइटीपी अध्यक्ष अनिल गुलेच्छा, जेसीआई अध्यक्ष पुनित जीरावला, निमित लश्करी, राकेश मेहता आदि मौजूद थे।
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