अब मुख्य आरोपी नाथूराम की पत्नी से पूछताछ के बाद भी यही खुलासा हुआ है कि पंडियन की मौत किसी पुलिसकर्मी की गोली से ही हुई थी। पाली की जैतारण पुलिस इस मामले में अब तक चार लोगों को अरेस्ट कर चुकी है। चारों ने पूछताछ में यही बयान दिया है कि हमला करने वाले किसी के पास भी हथियार नहीं थे। पुलिस नाथूराम को पकडकऱ बाहर तक ले आई थी लेकिन इसी दौरान अचानक गोली चली और नाथूराम को ला रहे इंस्पेक्टर पांडियन गिर पड़ा। मौका देखकर परिवार के सभी लोग अलग-अलग दिशा में भाग गए। पुलिस टीम उनमें से किसी को भी नहीं दबोच सकी। पाली पुलिस ने पहले नाथूराम और उसके परिजनों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया था, बाद में उन पर हत्या की साजिश का मामला दर्ज किया गया है। नाथूराम की तलाश में अब तक पाली, जोधपुरऔर आस-पास के कई जिलों में सर्च जारी है। गौरतलब है कि पंडियन की मौत के बाद तमिलनाडु पुलिस ने पंडियन के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देन की घोषणा की थी। पंडियन को गोली मारने वाले इंस्पेक्टर को फिलहाल चेन्नई पुलिस ने हिरासत में ले रखा है।