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फायदे के लिए अमृत वाहिनी को मिटा रहे

locationपालीPublished: Mar 13, 2019 12:09:25 am

Submitted by:

Rajeev

जवाई नदी में गड्ढे बन सकते हैं हादसों का कारण
– बजरी खनन से बन गई है खाइयां

pali patrika

फायदे के लिए अमृत वाहिनी को मिटा रहे

सुमेरपुर (निसं). सुमेरपुर-शिवगंज के बीच गुजर रही जवाई नदी मेें अवैध बजरी खनन से बने बड़े-बड़े गड्ढे आगामी बारिश के दिनों में परेशानी का सबब बन सकते हैं। प्रशासन की सख्ती के बावजूद देर रात को अवैध रूप से हो रहे बजरी खनन व नदी किनारे मकानों का मलबा डालने से नदी का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जवाईबांध में पूर्ण जलभराव की स्थिति में फाटक खोलने पर बांध का पानी इसी नदी में आता है। उच्चतम न्यायालय की ओर से नदियों में बजरी खनन पर रोक लगने के बाद पिछले एक साल से नदी में अवैध रूप से बजरी का खनन हो रहा है। बजरी खनन का कार्य अधिकांश देररात से अलसुबह तक होता है। शहर में जगह-जगह हो रहे निर्माण कार्य पर बजरी के ढेर पड़े हैं। मुखबिर की सूचना अथवा दैनिक रात्रि गश्त के दौरान कभी-कभार एक-दो ट्रैक्टर जब्त कर लेती है। सम्बंधित ट्रैक्टर मालिक खनन विभाग में जुर्माना राशि जमा करवाने के बाद कुछ ही दिनों में पुन: अवैध रूप से बजरी खनन में लग जाते हैं।
गड्ढे हो सकते हैं जानलेवा
सुमेरपुर-शिवगंज के बीच नीलकंठ महादेव मंदिर व श्मशान भूमि के पास पिछले एक साल से रात को अवैध खनन होता है। अवैध खनन से नीलकंठ महादेव मंदिर के पास बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। नदी में बांध का पानी आने की स्थिति में ये गड्ढे कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं। जवाईबांध के फाटक खोलने की स्थिति में नदी में पानी आने के दौरान कई युवक नदी में जलक्रीडा करने पहुंचते हैं। हर साल नदी के पानी में डूबने से मौत होती है।
नोवी के समीप होता हैं डंपर से अवैध खनन
अवैध बजरी खनन के लिए खनन माफिया के लिए जवाई नदी वरदान साबित हो रही है। सुमेरपुर से नोवी, पोमावा, पुराडा आदि गांवों के किनारे नदी बहाव स्थल से बजरी खनन जोरों पर चल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार नोवी नदी के पास से गुजर रही जवाई नदी में ट्रैक्टर के अलावा डंपर से भी अवैध बजरी का परिवहन किया जा रहा है। पुलिस की ओर से अधिकांशतया ट्रैक्टर ही जब्त किए जाते हैं। अभी तक पुलिस की ओर से कोई बड़ी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।
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