पर्यावरण रक्षा व गांव की धरा को हराभरा करने के उद्देश्य से कोलपुरा ग्राम विकास कमेटी अध्यक्ष कप्तानसिंह ने कहा कि राजस्थान पत्रिका के हरियाळो अभियान से प्रेरित होकर ग्रामीणों के सहयोग से गांव के देवनाराण भगवान के प्राचीन मंदिर के औरण व मार्ग के किनारे तथा सार्वजनिक स्थलों पर 101 पौधों का रोपण कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
ये रहे मौजूद
इस दौरान ग्राम विकास कमेटी अध्यक्ष कप्तानसिंह, वरिष्ठजन गुलाबसिंह, फौजी नारायणसिंह, फौजी नन्दसिंह, अजितसिंह, फौजी सुरेन्द्रसिंह, गुमानसिंह, छोटूसिंह, बुद्धासिंह, अमरसिंह, हाकम काठात, बलवीरसिंह, वीरेन्द्रसिंह, घीसासिंह, बाबुलाल प्रजापत, रणजीतसिंह, राकेशसिंह, पृथ्वीसिंह चौहान,गोविन्दसिंह, अरविंदसिंह, सुरेन्द्रसिंह, फौजी महेन्द्रसिंह, सोहनी देवी, मानीदेवी, सुशीला देवी, सुनीता, शांतिदेवी सहित महिलाओं व ग्राम कमेटी सदस्य तथा ग्रामीणों ने गांव को हराभरा रखने के लिए पुष्कर नर्सरी से मंगवाए जामुन, नीम, करंज, गुलमोहर, पीपल, शीशम सहित विभिन्न किस्मों के पौधों का रोपण किया।
इस दौरान ग्राम विकास कमेटी अध्यक्ष कप्तानसिंह, वरिष्ठजन गुलाबसिंह, फौजी नारायणसिंह, फौजी नन्दसिंह, अजितसिंह, फौजी सुरेन्द्रसिंह, गुमानसिंह, छोटूसिंह, बुद्धासिंह, अमरसिंह, हाकम काठात, बलवीरसिंह, वीरेन्द्रसिंह, घीसासिंह, बाबुलाल प्रजापत, रणजीतसिंह, राकेशसिंह, पृथ्वीसिंह चौहान,गोविन्दसिंह, अरविंदसिंह, सुरेन्द्रसिंह, फौजी महेन्द्रसिंह, सोहनी देवी, मानीदेवी, सुशीला देवी, सुनीता, शांतिदेवी सहित महिलाओं व ग्राम कमेटी सदस्य तथा ग्रामीणों ने गांव को हराभरा रखने के लिए पुष्कर नर्सरी से मंगवाए जामुन, नीम, करंज, गुलमोहर, पीपल, शीशम सहित विभिन्न किस्मों के पौधों का रोपण किया।
मंगलगान के साथ किया पौधे रोपण
गांव के देवनारायण मंदिर परिसर व औरण में महिलाओं ने मंगलगान कर ग्रामीणों के सहयोग से पौधों का रोपण किया। सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड
कोलपुरा के सार्वजनिक स्थलों पर रोपे पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड की व्यवस्था करवाने के साथ पौधो को सिंचिंत कर सार-संभाल का जिम्मा लिया है।
गांव के देवनारायण मंदिर परिसर व औरण में महिलाओं ने मंगलगान कर ग्रामीणों के सहयोग से पौधों का रोपण किया। सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड
कोलपुरा के सार्वजनिक स्थलों पर रोपे पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड की व्यवस्था करवाने के साथ पौधो को सिंचिंत कर सार-संभाल का जिम्मा लिया है।