पाली जिले के बारवा निवासी गुलाब सिंह पुत्र दान सिंह राजपुरोहित ने पांच मई 2019 को सांडेराव थाने में मामला दर्ज कराया था कि मेहसाणा निवासी आरोपी मनोज पड्या पुत्र बच्चू भाई, बारवा निवासी हरिसिंह पुत्र पृथ्वी सिंह राजपुरोहित, जोधपुर के कनोडिय़ां निवासी सुखदेव सिंह पुत्र टीकम सिंह राजपुरोहित, जालोर के रायथल हाल डीसा निवासी मीठूसिंह पुत्र चुन्नीलाल राजपुरोहित ने उसके पुत्र प्रवीण सिंह की शादी धोखाधड़ी से डीसा निवासी कल्पना नाम की युवती से करवा दी। इस दौरान उसे बताया था कि कल्पना का पिता मीठूसिंह राजपुरोहित है। गुलाब सिंह ने शादी के एवज में आरोपियों व दुल्हन को चार लाख रुपए के जेवरात व 12 लाख रुपए दिए, लेकिन शादी के सात दिन बाद दुल्हन झांसा देकर भाग गई। मामले के जांच अधिकारी सांडेराव थानाधिकारी धोलाराम परिहार ने चालान पेश करने की अनुशंसा की। इस बीच आरोपी पक्ष में मामले की जांच पाली के औद्योगिक क्षेत्र थाने के तत्कालीन थानाधिकारी किशोर सिंह के नाम ट्रांसफर करवा दी।
पुलिस मुख्यालय की विजिलेंस विंग के आदेश पर पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह के खिलाफ प्राथमिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं। यह जांच भी पाली एएसपी को सौंपी गई है।
प्रकरण की नए सिरे से जांच एएसपी पाली को सौंपी गई है। डीजीपी ने पूर्व जांच अधिकारी व पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह की जांच पर असंतोष जताया और उन्हें निलम्बित किया गया। किशोर सिंह के खिलाफ विजिलेंस विंग के आदेश पर प्राथमिकी जांच जारी है। – आनंद शर्मा, एसपी, पाली।