scriptदूसरी जाति की निकली दुल्हन, जेवरात व रुपए हड़पे, जांच अधिकारी ने फिर भी लगाई एफआर, जानिए पूरी खबर… | Police inspector suspended for case of fake marriage in Pali Rajasthan | Patrika News

दूसरी जाति की निकली दुल्हन, जेवरात व रुपए हड़पे, जांच अधिकारी ने फिर भी लगाई एफआर, जानिए पूरी खबर…

locationपालीPublished: Jan 25, 2020 01:35:27 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

– पुलिस निरीक्षक निलम्बित [ Police inspector suspended ], अब नए सिरे से जांच एएसपी पाली को सौंपी- बाड़मेर में तैनात है पुलिस निरीक्षक

दूसरी जाति की निकली दुल्हन, जेवरात व रुपए हड़पे, जांच अधिकारी ने फिर भी लगाई एफआर, जानिए पूरी खबर...

दूसरी जाति की निकली दुल्हन, जेवरात व रुपए हड़पे, जांच अधिकारी ने फिर भी लगाई एफआर, जानिए पूरी खबर…

पाली। धोखाधड़ी कर एक युवक की युवती से शादी कराने, मिलीभगत कर युवक के परिजनों से लाखों रुपए-जेवरात हड़पने के मामले में जांच अधिकारी द्वारा एफआर लगाने को डीजीपी भूपेन्द्र यादव ने गंभीरता से लेते हुए जांच अधिकारी व पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह को निलम्बित कर दिया है। वर्तमान में पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह बाड़मेर जिले में तैनात है।
यह है पूरा मामला…
पाली जिले के बारवा निवासी गुलाब सिंह पुत्र दान सिंह राजपुरोहित ने पांच मई 2019 को सांडेराव थाने में मामला दर्ज कराया था कि मेहसाणा निवासी आरोपी मनोज पड्या पुत्र बच्चू भाई, बारवा निवासी हरिसिंह पुत्र पृथ्वी सिंह राजपुरोहित, जोधपुर के कनोडिय़ां निवासी सुखदेव सिंह पुत्र टीकम सिंह राजपुरोहित, जालोर के रायथल हाल डीसा निवासी मीठूसिंह पुत्र चुन्नीलाल राजपुरोहित ने उसके पुत्र प्रवीण सिंह की शादी धोखाधड़ी से डीसा निवासी कल्पना नाम की युवती से करवा दी। इस दौरान उसे बताया था कि कल्पना का पिता मीठूसिंह राजपुरोहित है। गुलाब सिंह ने शादी के एवज में आरोपियों व दुल्हन को चार लाख रुपए के जेवरात व 12 लाख रुपए दिए, लेकिन शादी के सात दिन बाद दुल्हन झांसा देकर भाग गई। मामले के जांच अधिकारी सांडेराव थानाधिकारी धोलाराम परिहार ने चालान पेश करने की अनुशंसा की। इस बीच आरोपी पक्ष में मामले की जांच पाली के औद्योगिक क्षेत्र थाने के तत्कालीन थानाधिकारी किशोर सिंह के नाम ट्रांसफर करवा दी।
मामले में दुल्हन दूसरी जाति की निकली, परिवादी के जेवरात व नकदी भी नहीं लौटाई, मीठूसिंह भी दुल्हन का फर्जी पिता निकला, बावजूद इसके जांच अधिकारी किशोर सिंह ने मामले में एफआर दे दी। परिवादी गुलाब सिंह डीजीपी के समक्ष पेश होते हुए न्याय की गुहार की। डीजीपी ने मामले की जांच एएसपी पाली रामेश्वर लाल मेघवाल से करवाई। पुन: जांच में एएसपी ने मामले में धोखाधड़ी होना माना, साथ ही चालान पेश करने की अनुशंसा की। इसके चलते डीजीपी यादव ने पूर्व जांच अधिकारी किशोर सिंह को निलम्बित कर दिया।
विजिलेंस विंग के आदेश पर प्राथमिक जांच भी
पुलिस मुख्यालय की विजिलेंस विंग के आदेश पर पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह के खिलाफ प्राथमिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं। यह जांच भी पाली एएसपी को सौंपी गई है।
जांच जारी
प्रकरण की नए सिरे से जांच एएसपी पाली को सौंपी गई है। डीजीपी ने पूर्व जांच अधिकारी व पुलिस निरीक्षक किशोर सिंह की जांच पर असंतोष जताया और उन्हें निलम्बित किया गया। किशोर सिंह के खिलाफ विजिलेंस विंग के आदेश पर प्राथमिकी जांच जारी है। – आनंद शर्मा, एसपी, पाली।

ट्रेंडिंग वीडियो