एक तीर से दो निशाने
पाली की पंचायती में हाथ वाली पार्टी के किस्से हमेशा मजेदार ही होते हैं। ऐसा ही एक किस्सा दो-तीन दिन से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। मुखिया की कुर्सी को लेकर एक महिला नेत्री सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही है। असल में पार्टी के मौजूदा मुखिया के ‘परम हितैषियों’ ने भी एक तीर से दो निशाने लगाए। एक तो महिला नेत्री का नाम उछालकर बदलाव को हवा दे दी। दूसरा, नेत्री के पतिदेव की गुडबुक में आएंगे सो अलग। अब सुरसुरी शुरू हो गई कि सत्ता का रुआब भारी पड़ेगा या संगठन की धमक। यानि लड़ाई तो ऊपर भी है। एक डिप्टी सीएम के वरदहस्त है तो दूसरे सीएम के करीबी।
पाली की पंचायती में हाथ वाली पार्टी के किस्से हमेशा मजेदार ही होते हैं। ऐसा ही एक किस्सा दो-तीन दिन से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। मुखिया की कुर्सी को लेकर एक महिला नेत्री सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही है। असल में पार्टी के मौजूदा मुखिया के ‘परम हितैषियों’ ने भी एक तीर से दो निशाने लगाए। एक तो महिला नेत्री का नाम उछालकर बदलाव को हवा दे दी। दूसरा, नेत्री के पतिदेव की गुडबुक में आएंगे सो अलग। अब सुरसुरी शुरू हो गई कि सत्ता का रुआब भारी पड़ेगा या संगठन की धमक। यानि लड़ाई तो ऊपर भी है। एक डिप्टी सीएम के वरदहस्त है तो दूसरे सीएम के करीबी।
सियासत की ये अदा भी निराली
शहर का हर चौराहा इन दिनों हाथ वाली पार्टी की एक नेत्री के होर्डिंग-पोस्टरों से अटा पड़ा है। शहरवासियों की नजरें आसानी से पड़े, हर उस जगह पर होर्डिंग टंगा हुआ नजर आ रहा है। डिप्टी सीएम के जन्म दिन के बहाने ही सही, एक नेत्री सबका ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल हो गई। पड़ौस के शहर में सियासत कर रही इस नेत्री ने होर्डिंग-पोस्टर का रंग जमाकर हर किसी को दिमाग खपाने के लिए मजबूर कर दिया। इसके मायने तो वक्त ही बताएगा लेकिन यह अदा जरूर कारगर लग रही। वह पार्टी के मुखिया की दौड़ में भी अब मजबूती से लगी हुई है। डिप्टी सीएम से निकटता का संदेश दिया सो अलग।
शहर का हर चौराहा इन दिनों हाथ वाली पार्टी की एक नेत्री के होर्डिंग-पोस्टरों से अटा पड़ा है। शहरवासियों की नजरें आसानी से पड़े, हर उस जगह पर होर्डिंग टंगा हुआ नजर आ रहा है। डिप्टी सीएम के जन्म दिन के बहाने ही सही, एक नेत्री सबका ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल हो गई। पड़ौस के शहर में सियासत कर रही इस नेत्री ने होर्डिंग-पोस्टर का रंग जमाकर हर किसी को दिमाग खपाने के लिए मजबूर कर दिया। इसके मायने तो वक्त ही बताएगा लेकिन यह अदा जरूर कारगर लग रही। वह पार्टी के मुखिया की दौड़ में भी अब मजबूती से लगी हुई है। डिप्टी सीएम से निकटता का संदेश दिया सो अलग।