डाकघरों के प्रत्येक सर्कल से तीन श्रेष्ठ पत्रों का चयन किया जाएगा। इसके बाद इन प्रविष्ठियों को सर्कल स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। सर्कल स्तर पर चुने पत्रों को निदेशालय भेजा जाएगा। जहां प्रत्येक श्रेणी के तहत राष्ट्रीय स्तर पर इनका मूल्यांकन किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र में पत्र डाक प्रेषण के लिए स्थानीय डाक शाखा डाकघर में लाया जा सकता है। शाखा डाकघर पत्र को लेखा थैले में प्रविष्ट कर सम्बन्धित लेखा (प्रधान डाकघर या उप डाकघर) को भेजेगा। वहां से इसे सर्कल कार्यालय को भेजा जाएगा।
इस प्रतियोगिता में सर्कल स्तर पर प्रत्येक श्रणी में पहला पुरस्कार 25 हजार, दूसरा पुरस्कार 10 हजार व तीसरा पुरस्कार 5000 रुपए का दिया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक श्रेणी में पहला पुरस्कार 50 हजार रुपए, दूसरा पुरस्कार 25 हजार रुपए व तीसरा पुरस्कार 10 हजार रुपए का दिया जाएगा।
पत्र लेखन के लिए बच्चों व युवाओं आदि को प्रेरित कर रहे है। इसमें दो श्रेणी 18 वर्ष तक व 18 वर्ष से ऊपर की बनाई गई है। -जेपाराम, पोस्ट मास्टर, प्रधान डाकघर, पाली