गौरतलब है कि भंडारण की समस्या के कारण खरीद केंन्द्र पर 16 मई के बाद से ही समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद बंद थी। इस कारण किसानों को परेशानी हो रही थी। इसके अलावा मैसेज आने के बावजूद खरीद ना होने से किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा था। मजबूरी में कई किसानों को अपनी फसलें औने-पौने दामों पर बिचौलियों को बेचनी पड़ी।
मिल गई राहत गांव से चने की फसल लेकर आया था। मण्डी में बाजार के मुकाबले दाम बेहतर मिल रहे हैं। खरीद वापस शुरू होने से काफी राहत मिली है। – जसराज पटेल, किसान गाजणगढ़
केंन्द्र पर फसलों की खरीद अच्छे से हो रही है। अब तक 50 हजार चने के कट्टों की एवं 6 हजार के करीब सरसों के कट्टों की खरीद हो चुकी है। – हनुमंत सिंह, खरीद केंन्द्र प्रभारी
किसानों की परेशानी देखते हुए खरीद केंन्द्र पर फसलों की खरीद पुन: प्रारम्भ कर दी गई है। इससे किसानों को राहत मिलेगी।
– वीरेन्द्र चारण, मैनेजर क्रय-विक्रय सहकारी संघ पाली. एसबीआई कलक्टे्रट शाखा द्वारा विलुप्त होती गौरेया को बचाने के लिए एक नए अभियान की शुरूआत की गई। सेव स्पेरो फाउण्डेशन हरियाणा के साथ मिलकर एसबीआई ने गौरेयों के लिए लोर्डिया तालाब रोड व कलक्टे्रट शाखा के आसपास 50 घोंसले व दानापानी के लिए परिण्डे लगाए हैं। इस अभियान की शुरूआत जोधपुर उपमहाप्रबंधक दिग्विजय सिंह , सहायक महाप्रबंधक किशनसिंह शेखावत ने की। इस दौरान कलक्ट्रेट शाखा मुख्य प्रबंधक भारत माली ने बताया कि घरों में चहकती चिडिय़ा अब विलुप्त होने के कगार पर है। इसलिए ये अभियान शुरू किया गया। इस दौरान आलोक कल्ला, कांतिलाल खत्री एवं प्रबधंक सुनील सांखला मौजूद रहे।
– वीरेन्द्र चारण, मैनेजर क्रय-विक्रय सहकारी संघ पाली. एसबीआई कलक्टे्रट शाखा द्वारा विलुप्त होती गौरेया को बचाने के लिए एक नए अभियान की शुरूआत की गई। सेव स्पेरो फाउण्डेशन हरियाणा के साथ मिलकर एसबीआई ने गौरेयों के लिए लोर्डिया तालाब रोड व कलक्टे्रट शाखा के आसपास 50 घोंसले व दानापानी के लिए परिण्डे लगाए हैं। इस अभियान की शुरूआत जोधपुर उपमहाप्रबंधक दिग्विजय सिंह , सहायक महाप्रबंधक किशनसिंह शेखावत ने की। इस दौरान कलक्ट्रेट शाखा मुख्य प्रबंधक भारत माली ने बताया कि घरों में चहकती चिडिय़ा अब विलुप्त होने के कगार पर है। इसलिए ये अभियान शुरू किया गया। इस दौरान आलोक कल्ला, कांतिलाल खत्री एवं प्रबधंक सुनील सांखला मौजूद रहे।