हम बात कर रहे है कुशालपुरा स्थित डिस्कॉम के सब स्टेशन कार्यालय की। यहां पदस्थापित कैलाश गर्ग ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद देखा कि इस कार्यालय में शौचालय नहीं है। इससे कर्मचारियों के अलावा इस कार्यालय में आने वाले उपभोक्ता भी कार्यालय परिसर में खुले में लघुशंका करते हैं। ये देख गर्ग ने अपनी जेब से पैसा खर्च कर शौचालय का निर्माण करवा दिया। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो वे गर्ग को बधाई देने इनके कार्यालय जा पहुंचे। ग्रामीणों ने देखा कि कार्यालय जर्जर भवन में चल रहा है। इस पर ग्रामीणों ने सहयोग करने की बात कही। गर्ग ने उच्चाधिकारियों से अनुमति ली और ग्रामीणों से जनसहयोग लेकर कार्यालय कक्ष व बरामदे का भी निर्माण करवा दिया।
जिले का पहला मामला जिले में ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब किसी अधिकारी ने अपने जेब से कार्यालय में शौचालय का निर्माण करवा है। साथ ही ऐसा भी पहली बार हुआ है जब किसी कार्यालय को जर्जर देख जनसहयोग से कार्यालय कक्ष व बरामदे का निर्माण हुआ हो।
गंदगी रहती थी
गंदगी रहती थी
मेरे कार्यालय में शौचालय नहीं था। इससे कार्मिक व आम उपभोक्ता खुले में ही लघुशंका करते थे। इससे गंदगी रहती थी। मैंने स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर अपनी जेब से शौचालय का निर्माण करवाया। कार्यालय भवन में जर्जर था। जिसका जनसहयोग से कार्यालय कक्ष व बरामदे का निर्माण करवाया।
कैलाश गर्ग, जेईएन, डिस्कॉम, कुशालपुरा
कैलाश गर्ग, जेईएन, डिस्कॉम, कुशालपुरा