रेल बस से सस्ता और सुगम होगा सफर
रेल का सफर सस्ता और सुगम माना जाता है। लेकिन, पाली और जोधपुर के बीच चलने वाली रेलों की संख्या काफी कम है। प्रतिदिन छह ट्रेनें चलती है तथा सप्ताह में 21 ट्रेनें पाली से निकलती है। पाली-जोधपुर के बीच लोकल ट्रेनों का भी अभाव है। प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनों में रानीखेत, साबरमती, जम्मू-तवी, इंदौर, दादर-बीकानेर तथा सूर्यनगरी शामिल है। वर्तमान में रोजाना 300 यात्री जोधपुर से अपडाउन करते हैं। कोविड के कारण यह संख्या घट गई थी। पूर्व में एक हजार से ज्यादा यात्री प्रतिदिन जोधपुर-पाली का सफर करते थे। पाली-जोधपुर के बीच रेल बस चलाई जाए तो यात्रियोें के लिए सफर सस्ता और आसान हो जाएगा। अधिकांश ट्रेनों का समय यात्रियों के उपयुक्त नहीं है। ऐसे में जोधपुर जाने वाले यात्रियों को बसों या अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है।
रेल का सफर सस्ता और सुगम माना जाता है। लेकिन, पाली और जोधपुर के बीच चलने वाली रेलों की संख्या काफी कम है। प्रतिदिन छह ट्रेनें चलती है तथा सप्ताह में 21 ट्रेनें पाली से निकलती है। पाली-जोधपुर के बीच लोकल ट्रेनों का भी अभाव है। प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनों में रानीखेत, साबरमती, जम्मू-तवी, इंदौर, दादर-बीकानेर तथा सूर्यनगरी शामिल है। वर्तमान में रोजाना 300 यात्री जोधपुर से अपडाउन करते हैं। कोविड के कारण यह संख्या घट गई थी। पूर्व में एक हजार से ज्यादा यात्री प्रतिदिन जोधपुर-पाली का सफर करते थे। पाली-जोधपुर के बीच रेल बस चलाई जाए तो यात्रियोें के लिए सफर सस्ता और आसान हो जाएगा। अधिकांश ट्रेनों का समय यात्रियों के उपयुक्त नहीं है। ऐसे में जोधपुर जाने वाले यात्रियों को बसों या अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है।
विद्युतीकृत से बचेगा समय
पाली-जोधपुर रेल मार्ग पूरी तरह से विद्युतीकृत हो गया है। इसके लिए ट्रायल चल रहा है। अगले कुछ समय में सभी ट्रेनें विद्युतीकृत मार्ग पर चलेगी। इससे उनकी स्पीड भी बढ़ जाएगी। पाली-जोधपुर के बीच का सफर कम समय में तय होगा। ऐसे में रेल बस की यात्रा सकून भरी हो सकती है। सड़क पर चलने वाले यातायात का दबाव भी कम होगा। बसों व अन्य साधनों की बजाय रेल का सफर आरामदायक माना जाता है।
पाली-जोधपुर रेल मार्ग पूरी तरह से विद्युतीकृत हो गया है। इसके लिए ट्रायल चल रहा है। अगले कुछ समय में सभी ट्रेनें विद्युतीकृत मार्ग पर चलेगी। इससे उनकी स्पीड भी बढ़ जाएगी। पाली-जोधपुर के बीच का सफर कम समय में तय होगा। ऐसे में रेल बस की यात्रा सकून भरी हो सकती है। सड़क पर चलने वाले यातायात का दबाव भी कम होगा। बसों व अन्य साधनों की बजाय रेल का सफर आरामदायक माना जाता है।
आकार ले रहा पाली
कपड़ा नगरी के रूप में पहचाने जा रहे पाली शहर की आबादी 3 लाख के करीब पहुंच गई है। यहां का कपड़ा उद्योग काफी पुराना है। ग्रेनाइट समेत अन्य कई उद्योग भी तेजी से विकसित हो रहे हैं। रोहट में प्रस्तावित औद्योगिक हब भी पाली के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। ऐसे में लोकल रेल सेवाओं का विस्तार आवश्यक हो गया है। भविष्य में रेल सेवाओं के विस्तार से पाली का समुचित विकास होगा।
कपड़ा नगरी के रूप में पहचाने जा रहे पाली शहर की आबादी 3 लाख के करीब पहुंच गई है। यहां का कपड़ा उद्योग काफी पुराना है। ग्रेनाइट समेत अन्य कई उद्योग भी तेजी से विकसित हो रहे हैं। रोहट में प्रस्तावित औद्योगिक हब भी पाली के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। ऐसे में लोकल रेल सेवाओं का विस्तार आवश्यक हो गया है। भविष्य में रेल सेवाओं के विस्तार से पाली का समुचित विकास होगा।
पाली के लिए फायदेमंद
रेल बस पाली के लोगों के लिए फायदेमंद है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों का पाली से जोधपुर और जोधपुर से पाली आना-जाना होता है। व्यापार के लिहाज से भी जोधपुर से गहरा जुड़ाव है। रेल बस चलाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए। पाली के लिए रेल बस की महत्ती आवश्यकता है। -विनय बंब, कपड़ा उद्यमी
रेल बस पाली के लोगों के लिए फायदेमंद है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों का पाली से जोधपुर और जोधपुर से पाली आना-जाना होता है। व्यापार के लिहाज से भी जोधपुर से गहरा जुड़ाव है। रेल बस चलाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए। पाली के लिए रेल बस की महत्ती आवश्यकता है। -विनय बंब, कपड़ा उद्यमी
रेल बस से प्रगाढ़ होंगे रिश्ते
पाली और जोधपुर अलग-अलग शहर है, लेकिन दोनों का संबंध सहोदर भाई जैसा है। दोनों के बीच व्यापारिक और पारीवारिक रिश्ते हैं। इस वजह से दोनों शहरों में लोगों का आवागमन लगा रहता है। जनसंख्या बढ़ने से सड़क मार्ग पर भार बढ़ा है। दोनों शहरों को जोड़ने के लिए रेल बस संचालन से लाभ होगा। -निखिल व्यास, एडवोकेट
पाली और जोधपुर अलग-अलग शहर है, लेकिन दोनों का संबंध सहोदर भाई जैसा है। दोनों के बीच व्यापारिक और पारीवारिक रिश्ते हैं। इस वजह से दोनों शहरों में लोगों का आवागमन लगा रहता है। जनसंख्या बढ़ने से सड़क मार्ग पर भार बढ़ा है। दोनों शहरों को जोड़ने के लिए रेल बस संचालन से लाभ होगा। -निखिल व्यास, एडवोकेट
फैक्ट फाइल
प्रतिदिन यात्री -2500-3000
प्रतिदिन निजी बसें-40
प्रतिदिन रोडवेज बसें -60
प्रतिदिन ट्रेनें -06
प्रतिदिन यात्री -2500-3000
प्रतिदिन निजी बसें-40
प्रतिदिन रोडवेज बसें -60
प्रतिदिन ट्रेनें -06