मतगणना स्थल का लिया जायजा
पाली। जिला निर्वाचन अधिकारी सुधीर कुमार शर्मा ने बांगड़ कॉलेज में चुनाव संबंधी प्रशिक्षण एवं मतगणना स्थल का जायजा लिया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी भागीरथ बिश्नोई, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरीराम मीणा, उपखण्ड अधिकारी महावीरसिंह राठौड़, अजय कुमार, नगर परिषद आयुक्त आशुतोष आचार्य साथ थे।
पाली। जिला निर्वाचन अधिकारी सुधीर कुमार शर्मा ने बांगड़ कॉलेज में चुनाव संबंधी प्रशिक्षण एवं मतगणना स्थल का जायजा लिया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी भागीरथ बिश्नोई, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरीराम मीणा, उपखण्ड अधिकारी महावीरसिंह राठौड़, अजय कुमार, नगर परिषद आयुक्त आशुतोष आचार्य साथ थे।
धर्म साधना से ही होता है प्रभु का स्मरण-आचार्य
रायपुर मारवाड़। आचार्य पाŸवमुनि ने कहा कि जीवन का परम सुख प्रभु सुमिरन में ही समाया है। जगत मिथ्या व ईश्वर सत्य का ज्ञान तो सभी रखते हैं, लेकिन जो इसका अनुसरण कर जीवन जीने का तरीका बदल देते हैं वही व्यक्ति जीवन का असली आनंद प्राप्त करते हैं। वे कस्बे के जैन स्थानक में आयोजित महामांगलिक कार्यक्रम के दौरान धर्मसभा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वही सन्त महात्मा भटके हुए राहगीर को सही राह दिखा सकते हैं जिन्होंने धर्म साधना के जरिए प्रभु का स्मरण किया हो। मनुष्य के भीतर ही परमात्मा का वास होता है। आचार्य ने कहा कि जितना भीतर से ध्यान करोगे उतना ही प्रभु को अपने करीब पाओगे। धर्म साधना से ही प्रभु का स्मरण होता है। सन्त पदम मुनि ने कहा कि मनुष्य जीवन मिलना दुर्लभ है। इस जीवन में आए हो तो प्यार लुटाओ। धर्मसभा मे बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।
रायपुर मारवाड़। आचार्य पाŸवमुनि ने कहा कि जीवन का परम सुख प्रभु सुमिरन में ही समाया है। जगत मिथ्या व ईश्वर सत्य का ज्ञान तो सभी रखते हैं, लेकिन जो इसका अनुसरण कर जीवन जीने का तरीका बदल देते हैं वही व्यक्ति जीवन का असली आनंद प्राप्त करते हैं। वे कस्बे के जैन स्थानक में आयोजित महामांगलिक कार्यक्रम के दौरान धर्मसभा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वही सन्त महात्मा भटके हुए राहगीर को सही राह दिखा सकते हैं जिन्होंने धर्म साधना के जरिए प्रभु का स्मरण किया हो। मनुष्य के भीतर ही परमात्मा का वास होता है। आचार्य ने कहा कि जितना भीतर से ध्यान करोगे उतना ही प्रभु को अपने करीब पाओगे। धर्म साधना से ही प्रभु का स्मरण होता है। सन्त पदम मुनि ने कहा कि मनुष्य जीवन मिलना दुर्लभ है। इस जीवन में आए हो तो प्यार लुटाओ। धर्मसभा मे बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।