शहर में सुबह से ही उमस रही। दोपहर बाद तेज हवाओं का दौर शुरू हुआ। शाम को रिमझिम बरसात हुई। अरावली की वादियों में आबाद नाना-बेड़ा, चामुंडेरी क्षेत्र में झमाझम बारिश से आदिवासी क्षेत्र के काकराड़ी व कोयलवाव नदी में पानी की आवक हुई। इधर, सादड़ी के निकट अरावली की वादियों में भी अच्छी बारिश से नालों में पानी बहा।
गोडवाड़ में बरखा बहार
बाली उपखण्ड क्षेत्र को प्री मानसून की बारिश ने भिगो दिया। चामुंडेरी, नाना, बेडा सहित गांवों में बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। आदिवासी बाहुल्य पहाड़ी क्षेत्र में अच्छी बारिश से काकराड़ी और कोयलवाव नदी पूरे वेग पर चल रही है। मंगलवार शाम तक बारिश का दौर चला तो यह पानी सुबह तक नाना बेडा तक पहुंच जाएगा। घाणेराव, देसूरी, बिसलपुर में रिमझिम हुई। बिसलपुर में नाले बहने से एनिकट डेम के ओवरफ्लो इलाके में पानी की आवक हुई।
बाली उपखण्ड क्षेत्र को प्री मानसून की बारिश ने भिगो दिया। चामुंडेरी, नाना, बेडा सहित गांवों में बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। आदिवासी बाहुल्य पहाड़ी क्षेत्र में अच्छी बारिश से काकराड़ी और कोयलवाव नदी पूरे वेग पर चल रही है। मंगलवार शाम तक बारिश का दौर चला तो यह पानी सुबह तक नाना बेडा तक पहुंच जाएगा। घाणेराव, देसूरी, बिसलपुर में रिमझिम हुई। बिसलपुर में नाले बहने से एनिकट डेम के ओवरफ्लो इलाके में पानी की आवक हुई।
यहां 15 जून तक बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून तक राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी हिस्से में बारिश की संभावना जताई जा रही है। सोमवार को पाली, जालोर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, नागौर, जयपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, बारां, कोटा, सवाई माधोपुर व प्रतापगढ़ में भी बारिश होने की संभावना है। वहीं मंगलवार को कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़, और चित्तौडगढ़ बुधवार को बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले में बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून तक राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी हिस्से में बारिश की संभावना जताई जा रही है। सोमवार को पाली, जालोर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, नागौर, जयपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, बारां, कोटा, सवाई माधोपुर व प्रतापगढ़ में भी बारिश होने की संभावना है। वहीं मंगलवार को कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़, और चित्तौडगढ़ बुधवार को बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले में बारिश हो सकती है।
बांध व तालाब पड़े हैं सूखे
गतवर्ष मानसून की बारिश नाममात्र की हुई। जिससे जिले के सबसे बड़े जवाई बांध के साथ अन्य बांध व तालाब भरे ही नहीं। जिसके चलते पानी का संकट खड़ा हो गया।
गतवर्ष मानसून की बारिश नाममात्र की हुई। जिससे जिले के सबसे बड़े जवाई बांध के साथ अन्य बांध व तालाब भरे ही नहीं। जिसके चलते पानी का संकट खड़ा हो गया।
वाटर ट्रेन से पाली पहुंच रहा पानी
पाली शहर में पेयजल संकट को देखते हुए 17 अप्रेल से वाटर ट्रेन शुरू की गई। जो लगातार जोधपुर से पानी भरकर पालीवासियाें की प्यास बुझा रही है। पेयजल संकट के चलते जिला प्रशासन के साथ जलदाय विभाग भी बारिश के इंतजार में है।
पाली शहर में पेयजल संकट को देखते हुए 17 अप्रेल से वाटर ट्रेन शुरू की गई। जो लगातार जोधपुर से पानी भरकर पालीवासियाें की प्यास बुझा रही है। पेयजल संकट के चलते जिला प्रशासन के साथ जलदाय विभाग भी बारिश के इंतजार में है।