धुंधला गांव के दिलीपसिंह राठौड़ के पुत्र रणजीत लंदन के बू्रनेल विश्वविद्यालय में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। 1996 में जन्मे रणजीत इस विश्वविद्यालय के पहले भारतीय अध्यक्ष है। वह बू्रनेल विश्वविद्यालय से एलएलबी कर रहे हैं। यहां अध्ययनरत करीब 160 देशों के छात्रों के बीच उन्होंने अपनी खास पहचान कायम की है। इसी बदौलत, चौथी बार अध्यक्ष बनने का गौरव हासिल हुआ। लंदन के विश्वविद्यालय में रणजीत भारतीय संस्कृति के वाहक भी बने हुए हैं।
रणजीत की काबिलीयत पर धुंधला के ग्रामीणों को बड़ा गौरव है। लंदन जाने के साथ ही उसने अध्यक्ष पद कब्जा जमा लिया था। तभी से वह लगातार चार बार से अध्यक्ष पद पर कायम है। जॉनसन को प्रधानमंत्री पद काबिज करने में रणजीत की अहम भूमिका पर भी ग्रामीणों ने खुशी जताई।
रणजीत ने विश्वविद्यालय में भी लगातार चार बार अध्यक्ष पद का चुनाव जीत का ब्रिटेन में देश का गौरव बढ़ाया। अब उसने पीएम जॉनसन को विजयी बनाने में भी अहम भूमिका निभाई। यह हम सब के लिए गौरव का विषय है। वह दुनिया में भारत का गौरव ऐसे ही बढ़ाता रहे, ऐसी हमारी कामना है। –दिलीपसिंह राठौड़, रणजीत के पिता