बांगड़ चिकित्सालय के डॉ. सुरेन्द्रसिंह नेगी बताते हैं कि उनकी ड्यूटी अग्रेसन वाटिका कोविड केयर सेन्टर पर लगी थी। इस पर उन्होंने योग पर रिसर्च किया तो पाया कि विदेश में भी योगाभ्यास से लोगों को ठीक किया जा रहा है। उन्होंने रिसर्च करने के बाद वाटिका में अपने साथी डॉ. दीपक भट्ट, डॉ. दिनेश जैन व नर्सिंग स्टॉफ के साथ संक्रमितों को योगाभ्यास कराया। इससे इम्यूनिटी पॉवर बढऩे के साथ उनकी सोच बदली और वे जल्दी ठीक हुए।
-गहरी श्वास लेना व छोडऩा (श्वास की तकलीफ में लाभ) -अनुलोम-विलोम करना (इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है, श्वास आसानी से आती है)
-भ्रामरी (मानसिक तनाव कम होता है)
……………….. यह बताया लाभ
डॉ. नेगी बताते हैं कि गहरी श्वास लेने व छोडऩे के साथ अनुलोम-विलोम करने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। श्वास लेने में परेशानी समाप्त होती है। मस्तिष्क में आक्सीजन जाती है। इससे वह अधिक क्षमता से कार्य करता है और इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। भ्रामरी से तनाव कम होता है।