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पढ़े…सब हारे तो देशी नुस्खा दिखा रहा कमाल

locationपालीPublished: Jun 20, 2020 05:49:54 pm

Submitted by:

Rajeev

कोरोना संक्रमितों के लिए संजीवनी बना योग
पाली की अग्रेसन वाटिका में रोगियों को चिकित्सकों ने कराया योगाभ्यास
मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता और तनाव से मिली मुक्ति

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तीन टेस्ट आए पॉजिटिव
पाली शहर की अग्रसेन वाटिका में कोरोना से संक्रमित कई रोगियों को रखा गया है। वहां एक मरीज ऐसा था, जो शारीरिक रूप से काफी कमजोर था। उसके तीन कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने से वह हताश हो चुका था। उसके ठीक होने को लेकर संदेश था, लेकिन वहां लगे चिकित्सकों ने उसे योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया। परिणाम यह निकला कि उसका चौथा टेस्ट नेगेटिव आया और इसके बाद स्वस्थ होने पर उसे डिस्चार्ज किया गया।

पाली. यह उदाहरण करो योग रहो निरोग…वाक्य की सार्थकता को दर्शाता है। कोरोना महामारी के संक्रमण के बीच में भारत में ही नहीं विदेशों में भी एलोपैथी के चिकित्सकों ने योग अपनाकर कई कोरोना संक्रमितों की सोच बदलने के साथ उनकी इम्यूनिटी को बढ़ाई है। इसके बाद वे स्वस्थ होकर लौटे हैं। पाली शहर के अग्रसेन वाटिका में रहने वाले कोरोना संक्रमितों को योगाभ्यास कराया गया। पाली में संक्रमित आए कई मरीज भी योगाभ्यास करने की बात कह चुके हैं। आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी देने वाले चिकित्सक भी योगाभ्यास कर रहे हैं। जिससे इम्यूनिटी बढ़े और वे रोग से बचे रहे।
रिसर्च कर किया उपयोग
बांगड़ चिकित्सालय के डॉ. सुरेन्द्रसिंह नेगी बताते हैं कि उनकी ड्यूटी अग्रेसन वाटिका कोविड केयर सेन्टर पर लगी थी। इस पर उन्होंने योग पर रिसर्च किया तो पाया कि विदेश में भी योगाभ्यास से लोगों को ठीक किया जा रहा है। उन्होंने रिसर्च करने के बाद वाटिका में अपने साथी डॉ. दीपक भट्ट, डॉ. दिनेश जैन व नर्सिंग स्टॉफ के साथ संक्रमितों को योगाभ्यास कराया। इससे इम्यूनिटी पॉवर बढऩे के साथ उनकी सोच बदली और वे जल्दी ठीक हुए।
ये क्रियाएं करवाई गई मुख्य रूप से
-गहरी श्वास लेना व छोडऩा (श्वास की तकलीफ में लाभ)

-अनुलोम-विलोम करना (इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है, श्वास आसानी से आती है)
-भ्रामरी (मानसिक तनाव कम होता है)
-ध्यान लगाना (मन एकाग्र होने पर तनाव घटता है)
………………..

यह बताया लाभ
डॉ. नेगी बताते हैं कि गहरी श्वास लेने व छोडऩे के साथ अनुलोम-विलोम करने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। श्वास लेने में परेशानी समाप्त होती है। मस्तिष्क में आक्सीजन जाती है। इससे वह अधिक क्षमता से कार्य करता है और इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। भ्रामरी से तनाव कम होता है।
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