इन क्षेत्र में सबसे ज्यादा खतरा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में डेंगू व मलेरिया को लेकर जिले में 10 क्षेत्रों को रेड एरिए में शामिल कर रखा है। इसमें बाली, सुमेरपुर, रायपुर, पाली के कई क्षेत्रों को शामिल कर रखा है।
पाली शहर में भी कई क्षेत्र है प्रभावित स्थानीय पाली शहर की बात करें तो पाली से गुजरने वाली नहर के सम्पर्क में आने वाले सभी क्षेत्र, पांच मौका पुलिया, नया गांव, सांसी बस्ती, बांडी नदी के किनारे का क्षेत्र सबसे ज्यादा मच्छरों से प्रभावित रहता है।
खाली प्लॉट भी बड़ी समस्या शहर सहित जिलेभर की आवासीय बस्तियों में कई खाली प्लॉट पड़े है। इन्हे बरसात के बाद मालिक द्वारा साफ नहीं करवाया जाता है। नतिजा प्लॉट में इक्कठा पानी में मच्छर पनपते है। और इसी से क्षेत्र में डेंगू व मलेरिया जैसे गंभीर बीमारियों की चपेट में लोग आते है।
लोग स्वयं भी करे सुरक्षा – बरसात के बाद इक्कठा होने वाले पानी में मच्छर का लार्वा काफी तेजी से फैलता है। इससे क्षेत्रों में मच्छर जनित डेंगू व मलेरिया की सम्भावनाएं बढ़ जाती है। लोगों को अपने घरों के आस-पास बरसाती पानी को इक्कठा नहीं होने देना चाहिए। अगर पानी इक्कठा हो गया है तो उसमें से लार्वा को नष्ट करने के लिए स्वयं भी कोशिश करनी चाहिए।
– डॉ. रविंद्रपालसिंह, बांगड़ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल