एक गली में बनाई सड़क, शेष में छोड़ दी
बजरंगवाडी क्षेत्र की आजाद नगर कॉलोनी में करीब ढाई साल पहले सीवरेज लाइन डाल दी गई, लेकिन सड़क का निर्माण आज तक नहीं किया गया। इससे नाराज क्षेत्रवासियों ने प्रदर्शन कर रोष जताया। उनका कहना था कि क्षेत्र में नालियां भी नहीं है। ऐसे में उन्होंने स्वयं अस्थाई नालियां बनवाई है। मोहल्ले में गंदा पानी एकत्रित हो रहा है। क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाया कि पार्षद के मकान वाले क्षेत्र में सड़क बना दी गई है। नालियों का कार्य भी बेहतर किया गया, लेकिन अन्य गलियाें में कार्य नहीं किया गया।
बजरंगवाडी क्षेत्र की आजाद नगर कॉलोनी में करीब ढाई साल पहले सीवरेज लाइन डाल दी गई, लेकिन सड़क का निर्माण आज तक नहीं किया गया। इससे नाराज क्षेत्रवासियों ने प्रदर्शन कर रोष जताया। उनका कहना था कि क्षेत्र में नालियां भी नहीं है। ऐसे में उन्होंने स्वयं अस्थाई नालियां बनवाई है। मोहल्ले में गंदा पानी एकत्रित हो रहा है। क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाया कि पार्षद के मकान वाले क्षेत्र में सड़क बना दी गई है। नालियों का कार्य भी बेहतर किया गया, लेकिन अन्य गलियाें में कार्य नहीं किया गया।
मार्ग संकरा, वहां टूटे हौदियों के ढक्कन
शहर के भैरूघाट से पानी दरवाजा जाने वाला मार्ग संकरा है। इस मार्ग पर सीवरेज की हौदियों के ढक्कन टूटे हुए है। ऐसे में रोजाना वाहन हौदी में गिरते है। यहां एक हौदी का ढक्कन तो कई दिनों तक नहीं था। जिसे दो दिन पहले ही लगाया गया, लेकिन वह भी ढंग से नहीं। यहां सड़क बनाने पर नालियों पर लगी जालियां नीचे हो गई। ऐसे में वाहनों के उन जालियों पर उतरने पर हादसे की आशंका रहती है।
शहर के भैरूघाट से पानी दरवाजा जाने वाला मार्ग संकरा है। इस मार्ग पर सीवरेज की हौदियों के ढक्कन टूटे हुए है। ऐसे में रोजाना वाहन हौदी में गिरते है। यहां एक हौदी का ढक्कन तो कई दिनों तक नहीं था। जिसे दो दिन पहले ही लगाया गया, लेकिन वह भी ढंग से नहीं। यहां सड़क बनाने पर नालियों पर लगी जालियां नीचे हो गई। ऐसे में वाहनों के उन जालियों पर उतरने पर हादसे की आशंका रहती है।
सड़क बनाना शुरू किया, हौदी याद नहीं आई
टैगोर नगर में सीवरेज का कार्य पूरा करने के बाद रोड बनाना शुरू कर दिया गया। रोड भी पूर्व की सड़क से ऊंची बनाई गई है। उसे पास ही सीवरेज की हौदी है, जिसे खुली ही पड़ी है। यहां स्थिति यह है कि वाहन कई बार सड़क से नीचे उतर जाते है। दुपहिया वाहन चालक चोटिल हो जाते है।
टैगोर नगर में सीवरेज का कार्य पूरा करने के बाद रोड बनाना शुरू कर दिया गया। रोड भी पूर्व की सड़क से ऊंची बनाई गई है। उसे पास ही सीवरेज की हौदी है, जिसे खुली ही पड़ी है। यहां स्थिति यह है कि वाहन कई बार सड़क से नीचे उतर जाते है। दुपहिया वाहन चालक चोटिल हो जाते है।
हौदी में डाले पत्थर
केशव नगर में सीवरेज का कार्य करने बाद सड़क बनी हौदियों पर ढक्कन ही नहीं लगाए है। इनमें रोजाना वाहन चालकों के गिरने से क्षेत्रवासियों ने हौदी में पत्थर डाल दिए है। इसके बावजूद इन हौदियों में गिरने से क्षेत्रवासी रोजाना चोटिल होते है।
केशव नगर में सीवरेज का कार्य करने बाद सड़क बनी हौदियों पर ढक्कन ही नहीं लगाए है। इनमें रोजाना वाहन चालकों के गिरने से क्षेत्रवासियों ने हौदी में पत्थर डाल दिए है। इसके बावजूद इन हौदियों में गिरने से क्षेत्रवासी रोजाना चोटिल होते है।