छह माह पहले बिराटिया खुर्द से हाजीवास जाने वाले सम्पर्क मार्ग पर सरकार ने तीन किलोमीटर डामरीकृत सडक़ निर्माण की स्वीकृति जारी की थी। पीडब्ल्यूडी ने टेण्डर प्रक्रिया पूरी कर एक फर्म के नाम वर्क ऑर्डर जारी किया था। चार माह पहले संबंधित फर्म के ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू करते हुए कंकरीट डलवा दी। इसके बाद ठेकेदार चलता बना, जो आज तक लौट कर नहीं आया।
लम्बे इंतजार के बाद स्वीकृति
इस मार्ग पर 12 साल पहले डामरीकृत सडक़ बनी थी। जो मरम्मत के अभाव में टूट कर बिखर गई। दोनों गांवों के लोगों की मांग पर सरकार ने नई सडक़ बनाने की स्वीकृति जारी की थी। ठेकेदार अधूरा कार्य छोड़ गया। ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी एइएन नवीन आचार्य से इस बारे में कई बार शिकायत की, लेकिन उन्होंने आज तक ध्यान नहीं दिया।
इस मार्ग पर 12 साल पहले डामरीकृत सडक़ बनी थी। जो मरम्मत के अभाव में टूट कर बिखर गई। दोनों गांवों के लोगों की मांग पर सरकार ने नई सडक़ बनाने की स्वीकृति जारी की थी। ठेकेदार अधूरा कार्य छोड़ गया। ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी एइएन नवीन आचार्य से इस बारे में कई बार शिकायत की, लेकिन उन्होंने आज तक ध्यान नहीं दिया।
लापरवाही बरत रहे जिम्मेदार
बिराटिया खुर्द से हाजीवास मार्ग पर अधूरा निर्माण दुपहिया वाहन चालकों के लिए हादसे का कारण बन रहा है। पीडब्ल्यूडी एइएन को कई बार शिकायत की, लेकिन उन्होंने आज तक ध्यान नहीं दिया। मुख्यमंंत्री व कलक्टर को पत्र भेज हालात से अवगत करा उचित कार्रवाई की मांग की है। –पशुपतिसिंह राठौड़, निवर्तमान उप सरपंच, हाजीवास
बिराटिया खुर्द से हाजीवास मार्ग पर अधूरा निर्माण दुपहिया वाहन चालकों के लिए हादसे का कारण बन रहा है। पीडब्ल्यूडी एइएन को कई बार शिकायत की, लेकिन उन्होंने आज तक ध्यान नहीं दिया। मुख्यमंंत्री व कलक्टर को पत्र भेज हालात से अवगत करा उचित कार्रवाई की मांग की है। –पशुपतिसिंह राठौड़, निवर्तमान उप सरपंच, हाजीवास