बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर चंद्रभानसिंह भाटी ने नगर परिषद की ओर से 200 पानी की टंकी शहर में रखवाने की बात कही तो पार्षद नरेश मेहता ने कहा कि नगर परिषद अभी तक टैंकर नहीं कर सकी है। टंकियां प्रशासन की ओर से रखवा दी जाए। हमें तो टंकियों की जरूरत नहीं है। इस पर पार्षद राकेश भाटी ने कहा कि आपको टंकी नहीं चाहिए तो कोई बात नहीं, वे निर्धन बस्तियों में उपयोग की जाएगी। इसके बाद दोनों में बहस हो गई तो नगर परिषद सभापति रेखा राकेश भाटी बोले आप कभी कांग्रेस में जाते हैं कभी बीजेपी में। इस पर मेहता बोले मैंने आपको नहीं विधायक ज्ञानचंद पारख को वोट दिया था। रुपए नहीं लिए है। माहौल इतना गर्म हो गया कि एडीएम भाटी उठकर पार्षदों के बीच पहुंचे और उन्हें वापस कुर्सियों पर बैठाया।
इसके बाद भी बैठक में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। बैठक में पार्षदों से पेयजल व्यवस्था को लेकर सुझाव भी मांगे गए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीरेंद्र सिंह चौधरी, नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय, जलदाय विभाग के एसई मनीष माथुर, एक्सईएन कानसिंह राणावत मौजूद रहे। उन्होंने पेयजल की वैक्लिपक व्यसस्था के बारे में बताया। बैठक में उप सभापति ललित प्रतमानी, पार्षद मोटू भाई, राधेश्याम चौहान, संतोखसिंह बाजवा, विक्रमपालसिंह, विकास बुबकियां, ओमप्रकाश स्वामी, जय जसवानी सहित पार्षद व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।