ग्रेजुएशन के बाद संदीप मास्टर डिग्री के लिए अहमदाबाद गए। वहां उन्होंने एमबीए के साथ डिजिटल मार्केटिंग की नई शुरुआत की। उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन अपनी काबिलियत के दम पर जीत हासिल कर ही दी।
जहां पढ़े, वहीं पर दी स्पीच
जिस कॉलेज में उन्होंने एमबीए किया, उसी कॉलेज से उन्हें स्पीच देने के लिए विजिटिंग सिक्योरिटी के तौर पर बुलाया गया। यहीं से संदीप की जिंदगी में सफ लता की शुरुआत हुई। कॉलेज साथ दोस्त भी उनसे डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए संदीप की क्लास में आते थे। संदीप कई बड़ी-बड़ी कंपनियों में डिजिटल मार्केटिंग के लिए मोटिवेशनल स्पीच देकर युवाओं को नई राह दिखा चुके हैं। इतना ही नहीं, संदीप ने नाडोल के सरकारी स्कूल में डिजिटल मार्केटिंग के लिए मोटिवेशनल भी स्पीच दिया। साथ ही सीख दी कि जीवन में असंभव कुछ भी नहीं है।
जिस कॉलेज में उन्होंने एमबीए किया, उसी कॉलेज से उन्हें स्पीच देने के लिए विजिटिंग सिक्योरिटी के तौर पर बुलाया गया। यहीं से संदीप की जिंदगी में सफ लता की शुरुआत हुई। कॉलेज साथ दोस्त भी उनसे डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए संदीप की क्लास में आते थे। संदीप कई बड़ी-बड़ी कंपनियों में डिजिटल मार्केटिंग के लिए मोटिवेशनल स्पीच देकर युवाओं को नई राह दिखा चुके हैं। इतना ही नहीं, संदीप ने नाडोल के सरकारी स्कूल में डिजिटल मार्केटिंग के लिए मोटिवेशनल भी स्पीच दिया। साथ ही सीख दी कि जीवन में असंभव कुछ भी नहीं है।
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना ही लक्ष्य
संदीप की मानें तो उनका उद्देश्य स्टार्टअप और उद्यमियों को ऑनलाइन उपस्थिति के लिए सपोर्ट करना है। वे युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में जुटे हुए हैं। संदीप का सपना है कि युवा रोजगार मांगने के बजाय रोजगार पैदा करें। उन्होंने डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए भी युवाओं से आगे आने का आह्वान किया।
संदीप की मानें तो उनका उद्देश्य स्टार्टअप और उद्यमियों को ऑनलाइन उपस्थिति के लिए सपोर्ट करना है। वे युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में जुटे हुए हैं। संदीप का सपना है कि युवा रोजगार मांगने के बजाय रोजगार पैदा करें। उन्होंने डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए भी युवाओं से आगे आने का आह्वान किया।