रोहट उपखण्ड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणगारी भी इन दिनों इसी वजह से चर्चा में है। प्रिंसीपल ज्योति गोस्वामी ने कोरोनाकाल की छुट्टियों के सदुपयोग का अनूठा उदाहरण पेश किया है। उन्होंने स्कूल की दीवारों पर न केवल खुद के पैसों से रंग पुताया, बल्कि दीवारों पर सुंदर पेंटिंग भी की है। इसके स्कूल स्टाफ ने भी पूरा सहयोग किया।
रोहट-जालोर पर मार्ग पर स्थित सिणगारी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में लॉकडाउन के बाद से विद्यार्थियों की आवाजाही बंद है। ऐसे में प्रिंसीपल गोस्वामी ने खाली समय का सदुपयोग करने की ठानी। उन्होंने स्टाफ को भरोसे में लिया और स्कूल भवन के नवनिर्मित कमरों में रंगाई-पुताई शुरू कर दी। खुद के पैसों से ही रंग-कूंची इत्यादि सामान मंगवाया। कुछ ही दिनों में स्कूल की तस्वीर ही बदल गई। चार कमरों में पूरा रंग-रोगन किया गया। दीवारों पर सुंदर चित्र उकेरे हैं। पोषाहार के कमरे में भी प्रिंसीपल और स्टाफ ने मिलकर सफाई की और रंग-रोगन किया।
एक साल में बढ़ा नामांकन
प्रिंसीपल गोस्वामी ने एक साल पूर्व ही यहां कार्यभार संभाला था। उस वक्त स्कूल का नामांकन 222 था जो बढकऱ 258 हो गया। यहां कला विषय भी शुरू कराया गया। इससे बच्चों का रुझान बढ़ा। स्कूल प्रबंधन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए भी बेहतर काम किया। उन्होंने रोहट ब्लॉक में एक हजार से भी ज्यादा पौधे लगवाए हैं।
प्रिंसीपल गोस्वामी ने एक साल पूर्व ही यहां कार्यभार संभाला था। उस वक्त स्कूल का नामांकन 222 था जो बढकऱ 258 हो गया। यहां कला विषय भी शुरू कराया गया। इससे बच्चों का रुझान बढ़ा। स्कूल प्रबंधन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए भी बेहतर काम किया। उन्होंने रोहट ब्लॉक में एक हजार से भी ज्यादा पौधे लगवाए हैं।
इसलिए भी चर्चा में था यह स्कूल
पिछले दिनों संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने इस स्कूल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान कुछ शिक्षकों के देरी से आने से संभागीय आयुक्त ने नाराजगी जताई थी। इस बारे में स्कूल प्रिंसीपल गोस्वामी का कहना है कि वे छुट्टियों में भी बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।
पिछले दिनों संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने इस स्कूल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान कुछ शिक्षकों के देरी से आने से संभागीय आयुक्त ने नाराजगी जताई थी। इस बारे में स्कूल प्रिंसीपल गोस्वामी का कहना है कि वे छुट्टियों में भी बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।