एसओजी का कहना है कि सुनियोजित साजिश से पाइप लाइन से क्रूड ऑयल चोरी कर बेचा जा रहा था। थानाधिकारी गोपाल बिश्नोई पूरी साजिश में सक्रिय रूप से शामिल थे। उसकी मिलीभगत से क्रूड ऑयल चोरी किया जा रहा था।
प्रकरण में 11 जनों को पाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने जांच एसओजी को सौंपी दी थी। एसओजी ने बुधवार को गुजरात पुलिस की मदद से मूलत: यूपी में सुल्तानपुर हाल मुम्बई निवासी विनोद सिंह ठाकुर व मूलत: यूपी में प्रतापगढ़ हाल मुम्बई निवासी काशी प्रसादसिंह को गिरफ्तार किया था। इन पर चोरी का क्रूड ऑयल बेचने का आरोप है। एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलसिंह के नेतृत्व में इनसे पूछताछ की जा रही है। तीन दिन पूर्व एसओजी के डीआईजी शरत कविराज भी मामले की जांच के लिए आए थे। एसओजी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
मामले की जांच कर रहे एसओजी के एएसपी कमल सिंह ने बताया कि पड़ताल में सामने आया है कि गैंग ने खेत में जमीन के नीचे जा रही पाइप लाइन में कनक्शन कर 100 मीटर दूरी तक छोटी लोहे की पाइप लाइन डाली और फिर करीब 400 मीटर दूरी तक प्लास्टिक की पाइप लाइन डालकर एक ग्रीन टैंट के अंदर पहुंचाया। आइओसीएल पाइप लाइन सुरक्षा गार्ड रोज तडक़े 3.30 बजे गश्त करते हैं। लेकिन गैंग ग्रीन टैंट के अंदर रोज रात 10 बजे तेल चोरी करती और तडक़े 3 बजे तक टैंकर भरकर काम खत्म कर देती। ताकि गश्ती सुरक्षाकर्मियों की नजर से बचा जा सके। वहीं यह भी बताया जाता है कि आरोपी गत वर्ष नवम्बर से तेल चोरी कर रहे हैं। इसकी भी एसओजी तस्दीक कर रही है।
एसओजी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में कू्रड ऑयल के छह टैंकर चोरी करना कबूला है। लेकिन इनकी संख्या और अधिक हो सकती है। तेल चोरी करने में काम लिए गए कुछ टैंकरों के नंबर भी मिले हैं। उनके चालक और मालिकों के पकड़े जाने के बाद तेल चोरी की स्थिति स्पष्ट होगी।
एसओजी सूत्रों के मुताबिक तेल चोरी करने के मामले में एसएचओ के अलावा और भी पुलिसकर्मी शामिल हो सकते हैं। इस संबंध में भी एसओजी का अनुसंधान चल रहा है।
एसओजी ने बताया कि बुधवार को गुजरात से पकड़े गए मूलत: उत्तरप्रदेश हाल मुम्बई निवासी विनोदसिंह ठाकुर और काशी प्रसाद सिंह को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। जबकि मामले में गिरफ्तार पूरणसिंह, कालूसिंह, भगवारसिंह पुत्र डूंगर सिंह और ओम सिंह को जेल भेज दिया गया।
बगड़ी थाना के एसएचओ को क्रूड ऑयल चोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। एक पत्रकार सहित अन्य को हिरासत में लेकर अनुसंधान अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। –शरत कविराज, डीआइजी, एसओजी राजस्थान