वह कहता है कि इस सफलता का श्रेय पिता रूपाराम मालवीय, माता कविता मालवीय के साथ-साथ फालना में रहने वाली बुआ मोहिनी देवी का है। जिन्होंने उसे प्रेरित किया। फालना के इम्मानुएल स्कूल के प्रधानाचार्य वीटी मैथ्यू, जोबिन मैथ्यू ने मार्गदर्शन किया।
उसके पिता रूपाराम मालवीय का कहना हैं कि गांव में शिक्षा के साधन नहीं थे। इस कारण दसवीं तक अध्ययन कर खेती कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। हर्षित ने शिक्षा के साथ-साथ खेत पर काम करते हुए सफलता हासिल की है। जो परिवार के लिए खुशी की बात है।