केन्द्र सरकार ने पिछले दिनों आइपीडीएस योजना के तहत सीइटीपी संख्या ६ पर जेडएलडी लगाने के लिए सौ करोड़ की योजना को स्वीकृति दी थी। केन्द्र की इस पहल के बाद प्रदूषण की समस्या के समाधान के कदम तेजी से बढऩे शुरू हो गए हैं। सीइटीपी ने जेडएलडी लगाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम शुरू कर दिया है। प्रत्येक काम का लक्ष्य तय किया गया है।
90 दिन में पूरी होगी टेंडर प्रक्रिया सीइटीपी ने टेंडर जारी करने से लेकर कार्यादेश जारी करने तक का लक्ष्य 90 दिन तय किया है। अगले तीन माह में एनआइटी प्रकाशन, निविदा बिक्री, निविदा बोली, निविदा प्रस्ताव, प्राइसबिड की आेपनिंग का काम पूरा किया जाएगा। अगले साल जनवरी के पहले सप्ताह में टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
540 दिन में तैयार होगा जेडएलडी प्लांट सीइटीपी ने जेडएलडी प्लांट के लिए 540 दिन का लक्ष्य तय किया है। अगले तीन माह में टेंडर समेत विभिन्न प्रक्रिया पूरी कर कार्यादेश जारी किया जाएगा। जनवरी 2020 के दूसरे सप्ताह में प्लांट की डिजाइन और इंजीनियरिंग पर काम शुरू होगा। इसमें करीब 120 दिन का लक्ष्य लिया गया है। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा, जिसमें करीब 300 दिन लगने की संभावना है। सीइटीपी फाउंडेशन का दावा है कि 540 दिनों के भीतर प्लांट सुचारू रूप से संचालित होगा।
योजनाबद्ध काम करेंगे प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए दृढ़संकल्पित है। जेडएलडी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए योजनाबद्ध और नियमों के अनुसार प्रक्रिया पूरी करेंगे। टेंडर की प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि अगले ५४० दिनों में प्लांट शुरू हो जाए। जिला प्रशासन को तिथिवार चार्ट बनाकर सुपुर्द किया है ताकि प्रशासन को भी प्रगति की जानकारी रहे।
अनिल गुलेच्छा, अध्यक्ष, सीइटीपी फाउंडेशन