scriptसफलता की कहानी : अभावों को मात, 10वीं के बाद 12वीं में भी फहराया परचम | Student Vinay scored 96.80 percentile In Bhatund village of Pali | Patrika News

सफलता की कहानी : अभावों को मात, 10वीं के बाद 12वीं में भी फहराया परचम

locationपालीPublished: Jul 09, 2020 09:52:21 am

Submitted by:

Suresh Hemnani

-पाली जिले के भाटूंद निवासी विनय शर्मा ने 96.80 प्रतिशत अंक किए प्राप्त

सफलता की कहानी : अभावों को मात, 10वीं के बाद 12वीं में भी फहराया परचम

सफलता की कहानी : अभावों को मात, 10वीं के बाद 12वीं में भी फहराया परचम

पाली/बाली। मुश्किल हालात इंसान को बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं। यह बात सिद्ध की है पाली जिले के बाली उपखण्ड क्षेत्र के भाटूंद गांव के रहने वाले विनय शर्मा ने। इस विद्यार्थी के परिवार की स्थिति बेहतर नहीं है। इसके बावजूद विद्यार्थी ने पहले दसवीं में और अब 12वीं में भी ऐसा श्रेष्ठ अंक प्राप्त कर परचम फहराया है। आज गांव के साथ बाली क्षेत्र के विद्यार्थियों में एक प्रेरणा स्रोत बन चुका है।
बाली के भाटून्द गांव के रहने वाले इस गुदड़ी के लाल ने 12वीं विज्ञान वर्ग में 96.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। वह बताते हैं कि परिवार की पिता एक स्कूल में पढ़ाते थे। मां भी काम पर जाती है। पिता पिछले लंबे समय से लॉकडाउन के कारण घर पर हैं। वह हमेशा उसे पढ़ कर आगे बढऩे की सीख देते थे। इसी से प्रेरित होकर उसने अध्ययन को प्राथमिकता दी। जिसका परिणाम यह है कि वह परीक्षा में बेहतर कर सका। वह कहता है मां संतोष शर्मा भी उसे हमेशा आगे बढऩे की सीख देती हैं।
उन्होंने कभी उसे आर्थिक संकट का भी नहीं बताया। प्रशासनिक सेवा में जाने की चाह रखने वाला विनय कहता है कि उसकी सफलता के पीछे दूसरा हाथ उसके स्कूल विवेक सीनियर स्कूल बाली की अध्यापिका मंजू राव का भी है। वह हमेशा उसका मनोबल बढ़ाती थी। वह कहती थी तुम सिर्फ मेहनत करो दूसरी किसी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
नियमित करता था पढ़ाई
बकौल विनय कहता है कि वह नियमित अध्ययन करता था। अवकाश होने पर भी उसके पढऩे के समय में कभी परिवर्तन नहीं आया। स्कूल में पढऩे के बाद हर अध्याय का घर पर दोहरान जरूर करता था। इसके अलावा सोशल मीडिया से भी दूरी बनाए रखी। लक्ष्य केवल एक ही था मेहनत कर माता-पिता का नाम ऊंचा करना व ऊंचा पद प्राप्त करना।

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