ये गांव हो रहे प्रभावित इस रूट पर निगम की बसे बंद हो जाने से पाली जिले के बाबरा, रास, बलुपुरा, लांबिया, नाहरपुरा तिराहे, कोलपुरा, बगतपुरा, चढ़ावटा, चढावटा की ढाणी के ग्रामीणों को आवागमन के साधन नहीं मिल रहे है। वहीं नागौर जिले के जसनगर, समदोलाव, धनेरिया, कात्यासनी, अजमेर जिले के रूपनगर, फतेहगढ़ गांवों के ग्रामीण यात्रियों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सबसे सुगम मार्ग
ब्यावर-मेड़ता-नागौर-बीकानेर को जोडऩे वाला सबसे सीधा सुगम मार्ग है। इसके बावजूद इस रूट पर रोडवेज की बसों का संचालन बंद है। इस रूट पर निजी बस संचालकों की मनमर्मी चलती है। रोडवेज नहीं होने से वे यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं।
ब्यावर-मेड़ता-नागौर-बीकानेर को जोडऩे वाला सबसे सीधा सुगम मार्ग है। इसके बावजूद इस रूट पर रोडवेज की बसों का संचालन बंद है। इस रूट पर निजी बस संचालकों की मनमर्मी चलती है। रोडवेज नहीं होने से वे यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं।
पत्र भेजकर की मांग
निजी बसों के मनमाना किराया वसूले जाने से यात्रियों को परेशानी होती है। इस रूट पर फिर से रोडवेज बसों का संचालन करने के लिए परिवहन मंत्री एवं जयपुर स्थित रोडवेज मुख्यालय को पत्र भेजा है।
निजी बसों के मनमाना किराया वसूले जाने से यात्रियों को परेशानी होती है। इस रूट पर फिर से रोडवेज बसों का संचालन करने के लिए परिवहन मंत्री एवं जयपुर स्थित रोडवेज मुख्यालय को पत्र भेजा है।
कप्तानसिंह, उपसरपंच बाबरा
डिपो में बसों का अभाव ब्यावर से मेड़ता सिटी के बीच वाया बाबरा, रास, लांबिया, जसनगर होकर मेड़ता मार्ग पर निगम की बसों के संचालन को अभी बंद है। इसका कारण डिपो में बसों की कमी है। इस रूट बसों का संचालन मुख्यालय से नई बसे आने पर ही किया जा सकेगा।
डिपो में बसों का अभाव ब्यावर से मेड़ता सिटी के बीच वाया बाबरा, रास, लांबिया, जसनगर होकर मेड़ता मार्ग पर निगम की बसों के संचालन को अभी बंद है। इसका कारण डिपो में बसों की कमी है। इस रूट बसों का संचालन मुख्यालय से नई बसे आने पर ही किया जा सकेगा।
रघुराजसिंह राजावत, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज आगार ब्यावर