पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी इसरार उर्फ वसीम पुत्र भूरे खान, त्रिलोकपुरी दिल्ली निवासी अंकित पुत्र सुरेश और अमरोहा बुरावली(रेरा) हाल दिल्ली के कल्याणपुरी निवासी नाजिम पुत्र बुदधन को गिरफ्तार किया।
नाड़ोल में लूट की वारदात को दिया था अंजाम
आरोपियों ने 14 मई को रानी थाना क्षेत्र के नाडोल में बस का इंतजार कर रहे बोरड़ी निवासी मूलचंद पुत्र रावतसिंह और उनकी पत्नी को पाली छोड़ने का झांसा देकर कार में बैठाया था। रास्ते में पुलिस की नाकाबंदी होने की बात कहकर उन्हें डराया और वृद्ध महिला को लिफाफा दिया और सारे गहने खोलकर उसमें डालने को बोला। आरोपियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए विश्वास में लिया था। फिर गहनों का लिफाफा बदलकर उन्हें लाइट के तारों से भरा लिफाफा पकड़ाकर रास्ते में उतार दिया। इसी तरह आरोपियों ने 14 मई को पिलोवनी निवासी कृष्णादेवी पत्नी पुखसिंह पाली आने के लिए सोमेसर में बस का इंतजार कर रही थी। वृद्धा को भी आरोपियों ने कार में पाली छोड़ने के लिए लिफ्ट दी और लाखों रुपए के गहने लूट ले गए। मामले में बाली एएसपी चैनसिंह महेचा ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने में रानी थाना प्रभारी पन्नालाल, हेड कांस्टेबल चन्द्रवीरसिंह, हेड कांस्टेबल साइबर सैल के गौतम आचार्य, हेड कांस्टेबल जगाराम की मुख्य भूमिका रही।